facebookmetapixel
Year Ender: भारत के ऊर्जा क्षेत्र के लिए 2025 चुनौतियों और उम्मीदों का मिला-जुला साल रहानवंबर में औद्योगिक उत्पादन 25 महीने में सबसे तेज बढ़ा, विनिर्माण और खनन ने दिया बढ़ावाBPCL आंध्र प्रदेश रिफाइनरी में 30-40 फीसदी हिस्सेदारी विदेशी निवेशकों को बेचेगी, निवेश पर बातचीत शुरूकेंद्र ने रिलायंस और बीपी से KG-D6 गैस उत्पादन में कमी के लिए 30 अरब डॉलर हर्जाने की मांग कीRBI की रिपोर्ट में खुलासा: भारत का बैंकिंग क्षेत्र मजबूत, लेकिन पूंजी जुटाने में आएगी चुनौतीकोफोर्ज का नया सौदा निवेशकों के लिए कितना मददगार, ब्रोकरेज की रायें मिली-जुली2025 में निजी बैंकों में विदेशी निवेश की बढ़त, फेडरल और येस बैंक में भारी पूंजी आईGold-Silver Price: मुनाफावसूली से ​शिखर से लुढ़की चांदी, सोने के भाव में भी आई नरमीRBI ने माइक्रोफाइनैंस लोन पर बढ़ती चुनौतियों को देखते हुए निगरानी बढ़ाने का दिया संकेतघरों की मांग और कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के चलते NCR के बाहर के डेवलपर बढ़ा रहे गुरुग्राम में अपनी पैठ

गुजरात करेगा 20 हजार टन खाद्य तेलों का आयात

Last Updated- December 05, 2022 | 5:31 PM IST

वनस्पति तेलों के आयात को कर मुक्त करने के सरकारी फैसले के बाद गुजरात सरकार ने खाद्य तेलों के सुरक्षित भंडारको बढ़ाने का फैसला किया है।


गुजरात सरकार अब 20,000 मीट्रिक टन खाद्य तेलों के आयात की योजना बना रही है। खाद्य तेलों के उद्योग के मुताबिक गुजरात में सालाना 5 लाख टन खाद्य तेलों की खपत होती है। इनमें बिनौला की हिस्सेदारी सबसे अधिक है। बिनौला तेल की खपत कुल खपत की 60 फीसदी है तो मूंगफली तेल व अन्य खाद्य तेलों की हिस्सेदारी 20-20 फीसदी है।


मूंगफली तेल को छोड़कर अन्य सभी प्रकार के खाद्य तेलों के मामले में गुजरात को इसके आयात पर निर्भर करना पड़ता है। इनमें सोयाबीन तेल, पामऑयल, सरसो तेल व बिनौला तेल शामिल है।  गौरतलब है कि दो साल पहले केंद्र सरकार ने प्रांतों द्वारा आवश्यक वस्तुओं के स्टॉक करने के मामले में अपने अधिकार को वापस ले लिया था।

First Published - April 2, 2008 | 12:50 AM IST

संबंधित पोस्ट