वनस्पति तेलों के आयात को कर मुक्त करने के सरकारी फैसले के बाद गुजरात सरकार ने खाद्य तेलों के सुरक्षित भंडारको बढ़ाने का फैसला किया है।
गुजरात सरकार अब 20,000 मीट्रिक टन खाद्य तेलों के आयात की योजना बना रही है। खाद्य तेलों के उद्योग के मुताबिक गुजरात में सालाना 5 लाख टन खाद्य तेलों की खपत होती है। इनमें बिनौला की हिस्सेदारी सबसे अधिक है। बिनौला तेल की खपत कुल खपत की 60 फीसदी है तो मूंगफली तेल व अन्य खाद्य तेलों की हिस्सेदारी 20-20 फीसदी है।
मूंगफली तेल को छोड़कर अन्य सभी प्रकार के खाद्य तेलों के मामले में गुजरात को इसके आयात पर निर्भर करना पड़ता है। इनमें सोयाबीन तेल, पामऑयल, सरसो तेल व बिनौला तेल शामिल है। गौरतलब है कि दो साल पहले केंद्र सरकार ने प्रांतों द्वारा आवश्यक वस्तुओं के स्टॉक करने के मामले में अपने अधिकार को वापस ले लिया था।