प्रतीकात्मक तस्वीर
बीते कुछ महीने से शाकाहारी (veg ) और मांसाहारी (non veg) दोनों थाली की कीमतों में गिरावट दर्ज की जा रही है। इस साल फरवरी महीने में मासिक आधार पर दोनों थाली के दाम घटे हैं। हालांकि सालाना आधार पर शाकाहारी थाली (vegetarian food) तो सस्ती हुई है। लेकिन मांसाहारी थाली {non vegetarian food) महंगी हुई है। शाकाहारी थाली में रोटी, चावल, दाल, दही, सलाद के साथ ही प्याज, आलू, टमाटर होते हैं। मांसाहारी थाली में शाकाहारी थाली के काफी खाद्य पदार्थ होते हैं। लेकिन दाल की जगह चिकन (ब्रॉयलर) होता है। घर में पकाई जाने वाली इन थालियों की औसत मूल्य की गणना उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम भारत में इस थाली में शामिल भोजन को बनाने में उपयोग होने वाले खाद्य पदार्थों की कीमतों के आधार पर की जाती है।
फरवरी में कितनी महंगी हुई शाकाहारी थाली?
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल (Rating Agency Crisil) की ‘रोटी राइस रेट‘ नाम से जारी रिपोर्ट के अनुसार इस साल जनवरी में शाकाहारी थाली की कीमत 28.7 रुपये थी, जो फरवरी में घटकर 27.2 रुपये रह गई। सालाना आधार पर इस थाली की कीमत 27.5 रुपये से घटकर 27.2 रुपये रह गई। इस तरह मासिक आधार पर शाकाहारी थाली 5 फीसदी और सालाना आधार पर एक फीसदी सस्ती हुई है।
शाकाहारी थाली सस्ती होने की क्या रही वजह?
क्रिसिल की इस रिपोर्ट के अनुसार सालाना आधार पर शाकाहारी थाली के दाम घटने की मुख्य वजह टमाटर और एलपीजी गैस के दाम घटना है। सालाना आधार पर टमाटर के दाम 28 फीसदी और एलजीपी गैस के दाम 11 फीसदी घटे हैं। वहीं सालाना आधार प्याज के दाम 16 फीसदी और आलू के दाम 18 फीसदी बढ़ने ने शाकाहारी थाली को और सस्ता होने से रोक दिया। हालांकि मासिक आधार पर प्याज, आलू और टमाटर के दाम क्रमश: 7,17 और 25 फीसदी घटने से जनवरी की तुलना में फरवरी में शाकाहारी थाली 5 फीसदी सस्ती हुई।
मासिक आधार पर सस्ती और सालाना आधार पर महंगी हुई मांसाहारी थाली
क्रिसिल की इस रिपोर्ट के अनुसार इस साल फरवरी में मासिक आधार पर मांसाहारी थाली की कीमत 57.4 रुपये रही, जो जनवरी की कीमत 60.6 रुपये से 5 फीसदी कम है। लेकिन यह थाली पिछले साल फरवरी की तुलना में महंगी हुई है। पिछले साल फरवरी में इसकी कीमत 54.4 रुपये थी, इस साल फरवरी में यह 6 फीसदी बढ़कर 57.4 रुपये हो गई। सालाना आधार पर मांसाहारी थाली महंगी होने की वजह इस थाली के सबसे बड़े घटक (50 फीसदी हिस्सा) ब्रॉयलर के दाम पिछले साल से 15 फीसदी अधिक होना है।। मासिक आधार पर मांसाहारी थाली सस्ती होने की वजह आलू, प्याज और टमाटर के दाम मासिक आधार पर घटना है। साथ ही मासिक आधार पर ब्रॉयलर के दाम में 5 फीसदी गिरावट आना भी है। मांसाहारी थाली में काफी खाद्य पदार्थ शाकाहारी थाली वाले ही होते हैं। लेकिन दाल की जगह ब्रॉयलर होता है।
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