Gold Outlook: सोने की कीमतें अगले सप्ताह स्थिर रह सकती है या फिर उनमें हल्की गिरावट देखने को मिल सकती है। विश्लेषकों ने यह अनुमान जताया है। उनका मानना है कि हाल की रिकॉर्ड तोड़ तेजी बहुत ज्यादा खिंच गई है और त्योहारी सीजन के बाद भौतिक मांग में गिरावट आई है।
वैश्विक और घरेलू बाजारों में नए उच्च स्तर को छूने के बाद, सोना सीमित रेंज में कारोबार कर सकता है। निवेशक 28-29 अक्टूबर को होने वाली फेडरल रिजर्व की नीति बैठक से पहले अमेरिका के फंडिंग बिल, महत्वपूर्ण वैश्विक डेटा और फेड अधिकारियों के बयानों पर निगाह बनाए रखेंगे।
जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज के जिंस एवं मुद्रा शोध के उपाध्यक्ष प्रणव मेर ने कहा, “सोने की कीमतों में कुछ सुधार देखने को मिल सकता है, क्योंकि मौजूदा कारक पहले ही कीमतों को बढ़ा चुके है और सप्ताह के मध्य के बाद भौतिक मांग कम हो जाती है।”
उन्होंने आगे कहा कि ट्रेडर्स महत्वपूर्ण वैश्विक संकेतकों पर नजर रखेंगे, जिनमें चीन के आंकड़े, ब्रिटेन के महंगाई, विभिन्न क्षेत्रों से पीएमआई के अस्थायी डेटा, अमेरिका की उपभोक्ता आत्मविश्वास रिपोर्ट और फेड की टिप्पणियां शामिल हैं, जो 28-29 अक्टूबर की बैठक से पहले महत्वपूर्ण होंगी।
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मेर ने आगे कहा कि भारत में त्योहारी मांग और ईटीएफ की मजबूत खरीदारी के कारण पिछले हफ्ते सोना सकारात्मक रुख के साथ बंद हुआ।
उन्होंने कहा, “हालांकि, शुक्रवार को मुनाफावसूली के बीच एक तेज सुधारात्मक रुख देखा गया, क्योंकि अब तेजी ज्यादा बढ़ गई है।” पिछले हफ्ते मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने का वायदा भाव 5,644 रुपये या 4.65 फीसदी बढ़ा।
एंजेल वन के डीवीपी (रिसर्च, नॉन-एग्री कमोडिटीज और करेंसी) प्रथमेश माल्या ने कहा कि सोने की कीमतों में चमक थमने का नाम नहीं ले रही है, क्योंकि नीतिगत अनिश्चितता, अमेरिकी टैरिफ और अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी के कारण 2025 में इसमें तेजी बनी रही।
MCX पर, दिसंबर डिलीवरी के लिए सोने का फ्यूचर्स शुक्रवार को ₹1,32,294 प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचा, जबकि बंद होने पर यह ₹1,27,008 पर रहा, जिससे पांच दिन के रिकॉर्ड का सिलसिला समाप्त हुआ।
(PTI इनपुट के साथ)