वायदा बाजार में लोगों की दिलचस्पी को देखते हुए मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज की सहयोगी कंपनी फाइनेंशल टेक्नॉलजी (इंडिया)लिमिटेड (एफटीआईएल)और प्रमुख ऊर्जा व्यापार कंपनी पावर ट्रेडिंग कार्पोरेशन इंडिया मिलकर जल्द ही इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (आईईएक्स) की शुरुआत करेंगी।
इस एक्सचेंज में ऊर्जा वायदा कारोबार की सभी औपचारिकताएं एक दिन पहले ही पूरी की जाएगी। एक्सचेंज सूत्रों से मिली जानकारी केअनुसार यह एक्सचेंज एक महीने केअंदर प्रभावी हो जाएगा, क्योंकि इसकी सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। एक्सचेंज ने अभी तक 50 से ज्यादा सक्रिय सदस्य भी बना लिए हैं।
बाजार में सहभागियों के साथ मिलकर ऊर्जा टे्रडिंग का अच्छा प्लैटफॉर्म मुहैया करने के लिए शुरू किए गए अभियान में इंडियन एनर्जी एक्सचेंज को काफी सफलता भी प्राप्त हुई है। देश में ऊर्जा की आपूर्ति और उत्पादन करने वाली लगभग सभी बड़ी कंपनियां इस एक्सचेंज में वायदा कारोबार करने की स्वीकृत दे चुकी है। इससे इन कंपनियों को वर्तमान समय में चल रहे ऊर्जा संकट और प्राइस वार से निपटने में सहायता मिल सकेगी।
एक्सचेंज के एक अधिकारी के अनुसार भारत एशिया का तीसरा बड़ा विद्युत उत्पादक देश है। विद्युत उत्पादन की विशाल संभावनाएं होने केबावजूद यहां ऊर्जा का अभाव बना ही रहता है। ऐसे में एनर्जी एक्सचेंज इन कंपनियों के लिए एक नई उम्मीद साबित हो सकता है । व्यापार की प्रक्रिया में सभी सहभागी पावर एक्सचेंज में ऊर्जा की खरीद-बिक्री के लिए बोली लगाएंगे और बोली के आधार पर समझौते किए जाएगे।
पोर्टफोलियो बोली लगाने के आधार पर प्रति घंटे के करार किये जाएंगे। शुरुआत में न्यूमतम समझौते का आकार 10 मेगावॉट होगा। बाद में 5 मेगावॉट और एक मेगावॉट के भी करार किए जाएंगे। अभी बाजार में एक दिन पूर्व के प्रति घंटे केकरार शुरू किए जाएंगे, लेकिन एक्सचेंज थोडे दिनों के बाद सप्ताह-पूर्व, महीना-पूर्व, तिमाही-पूर्व, वर्ष-पूर्व और ओटीसी क्लियरिंग के साथ सामयिक समझौते भी उपलब्ध कराएगा।
एक्सचेंज प्रति यूनिट एक पैसा कमीशन लेगा। ऊर्जा की डिलिवरी लेना अनिवार्य होगा और कोई सदस्य यदि समय पर डिलिवरी नहीं लेता है तो उसको यूआई शुल्क देना पडेग़ा। ऊर्जा के प्रारंभ बिन्दु से लेकर स्टेट ग्रिड और स्थानीय ग्रिड के इंटरकनेक्शन बिंदु तक का ट्रांसमिशन शुल्क किए गए व्यापार की मात्रा के आधार पर सभी सदस्यों में बांटे जाएंगे।
एक्सचेंज की सदस्य बन चुकी टाटा पावर कॉपोरेशन केएक उच्च अधिकारी के अनुसार यह एक्सचेंज ऊर्जा से जुड़ी सभी कंपनियों के लिए एक व्यापारिक प्लैटफार्म होगा। ऊर्जा के महत्व को देखते हुए ही देश की लगभग सभी कंपनियां इसकी सदस्य बन गई हैं।