पिछले हफ्ते वायदा कारोबार में कोई खास बात नहीं रही। रोज का टर्नओवर केवल 34,000 करोड़ रुपये के आसपास ही बना रहा।
पूरे हफ्ते बाजार सीमित दायरे में ही रहा, कारोबारियों की हिस्सेदारी कम होने से बाजार का वॉल्यूम कम ही बना रहा। निफ्टी अप्रैल वायदा का ओपन इंटरेस्ट नई सीरीज के छह दिनों के कारोबार के बाद 310 लाख शेयरों का रहा और रेसिस्टेंस लेवल के ऊपर बाजार के जाते ही मुनाफावसूली होती रही। इंट्रा डे कारोबारी अपनी लॉन्ग और शार्ट पोजीशन स्क्वैयर ऑफ करते रहे।
टेक्निकली रेसिस्टेंस 4800 केस्तर पर देखा जा रहा है जबकि पुट ऑप्शंस का ओपन इंटरेस्ट 4500 के स्तर पर देखा गया जो सपोर्ट लेवल का संकेत दे रहा है। रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स से बाजार को अच्छे सपोर्ट के संकेत मिल रहे हैं। यह इंडेक्स पिछले हफ्ते 30 से 50 के बीच झूलता रहा, रेसिस्टेंस 50 पर था और सपोर्ट 30 पर।
डेरिवेटिव एनालिस्टों के मुताबिक बाजार में आगे का मूवमेंट ताजा पोजीशन के आधार पर ही तय होगा। मार्च एक्सपायरी के आखिरी चार कारोबारी दिनों में बाजार के शार्ट काफी हद तक कवर कर लिए गए थे लिहाजा इस नई सीरीज में ताजा शार्ट कवरिंग की गुंजाइश नहीं है और इसी वजह से बाजार में ज्यादा ऊपर के मूवमेंट की उम्मीद नहीं बन रही है।
विश्लेषकों का कहना है कि पोजीशनल कारोबारी 4700 के स्तर के पास अपनी शार्ट पोजीशन कवर कर सकते हैं और इसके नीचे के स्तरों पर बाजार में लॉन्ग पोजीशन देखी जा सकती है।वीएफएम डायरेक्ट डॉट कॉम के टेक्निकल एनालिस्ट कमलेश लांगोटे ने कारोबारियों को फिलहाल बाजार से दूर रहने की सलाह दी है। बाजार की इंप्लाइड वोलाटैलिटी जो बाजार में ओवरसोल्ड और ओवरबॉट पोजीशन की जानकारी देता है फिलहाल 35-50 के सीमित दायरे में है।
पिछले हफ्ते बाजार 4600-5000 अंकों के सीमित दायरे में ही कारोबार करता रहा है और 5000 और 4800 के स्तरों पर मुनाफावसूली देखी गई है। जबकि 4700 के स्तरों के नीचे सपोर्ट देखा जा रहा है। निफ्टी को 4400 के स्तर पर तगड़ा सपोर्ट मिलने के आसार हैं जबकि 5000 के स्तर पर भारी रेसिस्टेंस देखा जा रहा है।