एशियाई बाजारों में शुक्रवार को भी कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का रुख बरकरार रहा।
विश्लेषकों के मुताबिक डॉलर के भाव में कमजोर रुख की वजह से कच्चे तेल की कीमतें 115 डॉलर के ऊपर रहीं। न्यू यॉर्क में मई डिलिवरी के लिए लाइट स्वीट क्रूड का वायदा भाव 19 सेंट बढ़कर 115.05 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज में वायदा भाव 114.86 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ।
वहीं इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग में भाव 115.54 डॉलर के रिकार्ड भाव पर पहुंच गया। लंदन में जून डिलिवरी के लिए ब्रेंट नार्थ सी क्रूड का भाव सात सेंट बढ़कर 112.50 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। इससे पहले यह अधिकतम 113.38 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा था। एमएफ ग्लोबल के विशेषज्ञ जॉन किल्डॉफ के मुताबिक, डॉलर में कमजोरी के चलते कच्चे तेल में उफान जारी रहने की उम्मीद है यानी निकट भविष्य में इसकी कीमत में कमी आने के आसार नहीं हैं।
उधर, ताजा आंकड़े के मुताबिक भारतीय रिफाइनरी का क्रूड ऑयल बास्केट प्राइस बुधवार को 107.14 डॉलर प्रति बैरल की नई ऊंचाई पर पहुंच गया। भारतीय बास्केट प्राइस में बढ़ोतरी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में हुए उछाल का नतीजा है। दुनिया की चुनिंदा मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में आई कमजोरी और अमेरिकी तेल भंडार में गिरावट के चलते कच्चे तेल में उफान आया है।