Gold Jewellery Import: इंडोनेशिया और तंजानिया से आने वाली खास तरह की गोल्ड ज्वैलरी उत्पादों के आवक में असामान्य उछाल को देखते हुए सरकार ने इनके आयात पर प्रतिबंध लगा दिया । हालांकि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से स्वर्ण आभूषणों के आयात पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। घरेलू ज्वेलरी उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए यह कदम उठाया है। इसका सीधा असर छूट में ज्वैलरी बेचने वाला पर पड़ेगा।
विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक अधिसूचना में कहा कि मोती, कुछ खास किस्म के हीरे और अन्य कीमती एवं कम मूल्यवान पत्थरों से जुड़े सोने के आभूषणों की आयात नीति को तत्काल प्रभाव से संशोधित कर मुक्त से प्रतिबंधित श्रेणी में कर दिया गया है । यह कदम इंडोनेशिया और तंजानिया से होने वाले आयात को कम कर सकता है। भारत का इंडोनेशिया के साथ मुक्त व्यापार समझौता यानी फ्री ट्रेड एग्रीमेंट है। प्रतिबंधित श्रेणी के तहत आने वाले उत्पादों को आयात करने के लिए अब लाइसेंस लेना होगा।
हालांकि, विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने कहा कि भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच मुक्त शुल्क समझौते के तहत वैध शुल्क दर कोटा (टीआरक्यू) में आयात प्राधिकार के बगैर भी इन जड़ित स्वर्ण आभूषणों के आयात की मंजूरी होगी । तंजानिया और इंडोनेशिया से आने वाली गोल्ड ज्वैलरी पर प्रतिबंध का घरेलू बाजार में बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।
आईबीजेए के सचिव सुरेन्द्र मेहता कहते हैं कि वैसे तो इस प्रतिबंध का खास असर नहीं पड़ेगा क्योंकि दुबई से आयात होता रहेगा। जिन देशों के आयात को प्रतिबंधित श्रेणी में डाला गया है वहां से आयात तेजी से बढ़ा था। इन देशों से ज्वेलरी के छोटे-छोटे पार्ट का खूब आयात हो रहा था। इंडोनेशिया और तंजानिया से वित्त वर्ष 2023-24 में 22 टन ज्वैलरी पार्ट का आयात हुआ जिनकी कीमत 1550 करोड़ डॉलर थी। मेहता कहते हैं कि दरअसल कुछ ज्वैलर्स यहां से ज्वैलरी पार्ट आयात करते थे फिर ग्राहकों को असामान्य छूट दे रहे थे जिससे घरेलू बाजार में गलत तरीके की प्रतिस्पर्धा शुरु हो गई थी। सरकार का यह फैसला संगठित और ब्रांडेड ज्वेलरी के लिए हितकर होगा।
मुंबई ज्वैलर्स एसोसिएशन के कुमार जैन कहते हैं कि सरकार के इस कदम का ग्राहकों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इसका असर आयातक पर पड़ेगा। जो मोटा मुनाफा कमा रहे थे, ग्राहक को ज्वैलरी पहले की तरह ही मिलेगी।
भारत में सोने का आयात वित्त वर्ष 2023-24 में 30 प्रतिशत बढ़कर 45.54 अरब डॉलर हो गया। इस साल मार्च में कीमती धातु का आयात 53.56 प्रतिशत घटकर 1.53 अरब डॉलर पर आ गया था । स्विट्जरलैंड, अप्रैल में भारत के लिए शीर्ष आयात गंतव्य के रूप में उभरा है, क्योंकि वहां से सोने की आवक बढ़ी है. इसके बाद चीन, इराक और संयुक्त अरब अमीरात का स्थान है।