facebookmetapixel
मद्रास HC ने EPFO सर्कुलर रद्द किया, लाखों कर्मचारियों की पेंशन बढ़ने का रास्ता साफFY26 में भारत की GDP 6.5 फीसदी से बढ़ाकर 6.9 फीसदी हो सकती है: FitchIncome Tax Refund: टैक्स रिफंड अटका हुआ है? बैंक अकाउंट वैलिडेशन करना तो नहीं भूल गए! जानें क्या करें2 साल के हाई पर पहुंची बॉन्ड यील्ड, एक्सपर्ट ने बताया- किन बॉन्ड में बन रहा निवेश का मौकाCBIC ने दी चेतावनी, GST के फायदों की अफवाहों में न फंसे व्यापारी…वरना हो सकता है नुकसान‘Bullet’ के दीवानों के लिए खुशखबरी! Royal Enfield ने 350 cc बाइक की कीमतें घटाईUrban Company IPO: ₹1,900 करोड़ जुटाने के लिए खुला आईपीओ, लंबी अवधि के लिए निवेशक करें सब्सक्रिप्शनबर्नस्टीन ने स्टॉक पोर्टफोलियो में किया बड़ा फेरबदल: HDFC Bank समेत 5 नए जोड़े, 6 बड़े स्टॉक बाहरनिर्यातकों से लेकर बॉन्ड ट्रेडर्स तक: RBI पर हस्तक्षेप करने का बढ़ता दबावJP Associates के लिए $2 अरब की बोली Vedanta के लिए ‘क्रेडिट निगेटिव’

2030 तक टॉप 10 में पहुंचने के लक्ष्य के साथ भारत लाएगा नई जहाज निर्माण नीति: सर्वानंद सोनोवाल

मंत्रालय जहाज निर्माण की नीति पर काम कर रहा है।

Last Updated- July 24, 2024 | 10:19 PM IST
Ship

केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मत्री सर्वानंद सोनोवाल ने बजट के बाद बातचीत में कहा कि जहाज निर्माण के क्षेत्र में भारत अभी विश्व में 12वें स्थान पर है और 2030 तक शीर्ष 10 और 2047 तक शीर्ष 5 देशों में शामिल होने की कवायद की जा रही है। उन्होंने कहा कि इसके मुताबिक जल्द ही जहाज निर्माण की नई नीति लाई जाएगी।

मंत्रालय जहाज निर्माण की नीति पर काम कर रहा है। व्यापक नीतिगत दिशानिर्देश के आधार पर जुलाई के पहले सप्ताह में इसके लिए हिस्सेदारों से प्रतिक्रिया मांगी गई थी। मंत्रालय के लिए केपीएमजी द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में स्वदेशी जहाज निर्माण को बढ़ावा देने के लिए कदमों के सुझाव दिए गए हैं।

इस महीने की शुरुआत में बिजनेस स्टैंडर्ड ने खबर दी थी कि मंत्रालय ने 2030 से तटीय जहाजों के विनिर्माण के लिए अनिवार्य रूप से मेक इन इंडिया का नियम लागू करने का प्रस्ताव दिया है।

मंत्री के साथ अन्य अधिकारियों के साथ मौजूद जहाजरानी सचिव टीके रामचंद्रन ने कहा, ‘हम जीएसटी और सीमा शुल्क में बदलाव का अनुरोध कर रहे हैं, जिससे उद्योग को मदद मिलेगी और इससे निर्यात प्रतिस्पर्धी होगा और लागत में कमी आएगी।

साथ ही जहाजों के विनिर्माण में लगने वाले पुर्जों व अन्य चीजों पर सीमा शुल्क में राहत दी जाएगी।’ पहले हमारे पास जहाजों की मरम्मत पूरी करने के लिए कम समय सीमा थी, जिसे अब बढ़ाकर एक साल कर दिया गया है। इसी तरह वारंटी 3 से बढ़ाकर 5 साल की जा रही है और रिप्लेसमेंट की आयात की अवधि को उदार बनाया जा रहा है। उद्योग ने नीति को लेकर कुछ चिंता जताई है, जिस पर अंतिम नीति तैयार होने के पहले मंत्रालय विचार कर रहा है।

शुरू होगा घरेलू क्रूज

सोनोवाल ने कहा कि विदेशी शिपिंग कंपनियों ने भारत में घरेलू क्रूज चलाने में रुचि दिखाई है और सरल कर व्यवस्था की घोषणा से भारत में कुछ कारोबारी आएंगे। उन्होंने कहा कि मेडिटेरेनियन शिपिंग कंपनी (एमएससी) ने घरेलू सर्किट पर क्रूज जहाज चलाने की इच्छा व्यक्त की है।

मंत्रालय क्रूज टूरिज्म उद्योग में ज्यादा निवेशकों पर विचार कर रहा है और उम्मीद है कि ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया समिट 2023 के दौरान रुचि दिखाने वाले क्रूज ऑपरेटर इस दिशा में आगे बढ़ेंगे।

रामचंद्रन ने कहा, ‘घोषणा में विदेशी कंपनियों की आय के लिए एक नया खंड पेश किया गया है, जो अनुमानित कर को 20 प्रतिशत पर सीमित करने में मदद करेगा।

First Published - July 24, 2024 | 10:19 PM IST

संबंधित पोस्ट