अंतरिम रेल बजट पेश करने के दौरान रेल मंत्री लालू प्रसाद किसी नई बड़ी परियोजना की घोषणा से आज दूर ही रहे।
जापान और जर्मनी की तर्ज पर देश में तेज रफ्तार ‘बुलेट ट्रेन’ दौड़ाने के सपने को साकार करने के लिए रेल मंत्री लालू प्रसाद ने आज देश के कई महत्वपूर्ण रूट पर बुलेट ट्रेन के लिए व्यवहार्यता अध्ययन शुरू करने का ऐलान किया।
लालू ने कहा कि दिल्ली-अमृतसर, अहमदाबाद-मुंबई, पुणे-हैदराबाद, विजयवाड़ा-चेन्नई, चेन्नई-बेंगलरु-एर्णाकुलम और हावड़ा-हल्दिया के बीच बुलेट ट्रेन चलाने के लिए व्यवहार्यता पूर्व अध्ययन का कार्य चल रहा है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली से पटना के बीच बुलेट ट्रेन चलाने के लिए व्यवहार्यता पूर्व अध्ययन की कार्रवाई भी जल्द शुरू की जाएगी।
लोकसभा में 2009-10 का अंतरिम रेल बजट पेश करते हुए लालू प्रसाद ने कहा, ‘जापान जर्मनी और फ्रांस में 300 से 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली गाड़ियों को मैंने देखा है। 2007-08 के बजट भाषण में मैंने देश के विभिन्न हिस्सों में आवश्यकतानुसार बुलेट ट्रेन चलाने के लिए व्यवहार्यता पूर्व अध्ययन कराने की घोषणा की थी।’
रेलमंत्री लालू प्रसाद ने आज मुंबई से दादरी के बीच प्रस्तावित पश्चिमी डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण इसी महीने शुरू किए जाने की घोषणा की। लालू ने अंतरिम रेल बजट पेश करते हुए कहा कि पूर्वी डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर दोहरी लाइन के निर्माण कार्य डेहरी ऑन सोन के निकट दस फरवरी से शुरू कर दिया गया है।
पश्चिम बंगाल की जनता और सरकार को खुश करने के लिए स्थानीय जन प्रतिनिधियों की विशेष मांग पर बर्नपुर और हावड़ा-स्थित बर्न स्टैंडर्ड को रेल मंत्रालय के हाथों सौंपने पर विचार किया जा रहा है।
रेल मंत्रालय ने भागलपुर एवं थावे में नया रेल डिवीजन बनाने का निर्णय किया है। भारतीय रेल के नेटवर्क के विस्तार के लिए लालू प्रसाद ने 25 सर्वेक्षण करवाने का प्रस्ताव भी रखा। रेल मंत्री ने बताया कि 14 नई लाइनों, तीन के गेज परिवर्तन और आठ रेल लाइनों के दोहरीकरण को लेकर सर्वेक्षण किए जाएंगे।
गुजरात के सूरत और भरूच जिले के पलेज, पनोली, कोसांबा, दिल्ली क्षेत्र के रोशनारा गाडर्ेन और सुल्तानपुरी, पंजाब के लुधियाना के शास्त्रीनगर और मॉडल टाउन तथा तमिलनाडु के वसरपदी में पुल के नीचे सड़क और पुल के ऊपर सड़क निर्माण को तरजीही तौर पर निपटाने के लिए चिह्नित किया गया है।
इन्हें बराबर-बराबर लागत बंटवारे के आधार पर पूरा किया जाएगा। रेल मंत्री ने कोलकाता मेट्रो के दम दम से दक्षिणेश्वर तक के विस्तार की घोषणा की। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने कोलकाता मेट्रो के विस्तार के लिए लागत में 50 फीसदी के योगदान के लिए हामी भर दी है।