स्कोडा के अभी 312 टचप्वाइंट्स 177 शहरों में हैं और 2025 के अंत तक इन्हें बढ़ाकर 350 टचप्वाइंट्स करने की योजना है। (फाइल फोटो)
ऑटोमोबाइल कंपनी स्कोडा ऑटो इंडिया (Skoda Auto India) भारतीय बाजार में अपनी हाई-एंड सेडान ऑक्टाविया आरएस (Octavia RS) को दोबारा लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। कंपनी अगले महीने इसकी बिक्री शुरू करेगी और डिलीवरी नवंबर के पहले हफ्ते से शुरू होगी। स्कोडा इंडिया ने अपनी कॉम्पैक्ट एसयूवी काइलाक (Kylaq) की जबरदस्त सफलता के बाद ऑक्टाविया को भारत में वापस लाने का फैसला किया है।
2025 के लिए कंपनी सिर्फ 100 यूनिट्स ही भारत में इंपोर्ट करेगी। 6 अक्टूबर से प्री-बुकिंग शुरू होगी और 6 नवंबर से डिलीवरी मिलने लगेगी। कीमत का फिलहाल खुलासा नहीं हुआ है। हालांकि, ब्रिटेन में इसकी कीमत £39,965 (करीब 47.7 लाख रुपये) है, लेकिन भारत में कीमत ज्यादा रहने की संभावना है। स्कोडा से पूरी तरह बनी बनाई यानी फुली बिल्ट यूटिलिटी (CBU) के तौर पर आयात करेगी।
स्कोडा ऑटो इंडिया के ब्रांड डायरेक्टर आशीष गुप्ता ने बताया कि कंपनी इस कार को GSR 870 नियम के तहत चेक गणराज्य से भारत लाएगी। इस नियम के तहत हर साल 2,500 कारों तक इंपोर्ट की जा सकती हैं और इसके लिए ब्रिटेन या जापान की होमोलोगेशन जरूरी है।
2026 के लिए इंपोर्ट की योजना पर अभी कंपनी ने कुछ नहीं बताया। हालांकि, गुप्ता का कहना है कि ऑक्टाविया आरएस उस सेगमेंट में उतरेगी जो फिलहाल भारतीय सेडान बाजार में मौजूद ही नहीं है।
ऑक्टाविया पहली बार भारत में 2004 में आई थी और अब तक करीब 1 लाख ऑक्टाविया भारतीय सड़कों पर दौड़ रही हैं।
चौथी पीढ़ी की स्टैंडर्ड ऑक्टाविया 2023 तक भारत में लोकल असेंबली के जरिए बेची जाती थी, लेकिन BS6-II नॉर्म्स लागू होने के बाद इसे बंद कर दिया गया। आशीष गुप्ता ने कहा कि अभी तो यह पूरी तरह से इंपोर्टेड होगी, लेकिन कंपनी आगे चलकर लोकल असेंबली का विकल्प भी देखेगी।