facebookmetapixel
पीएम-किसान की 21वीं किस्त जारी! लेकिन कई किसानों के खाते खाली – आखिर वजह क्या है?Gold Silver Price Today: सोना और चांदी की कीमतों में गिरावट, MCX पर दोनों के भाव फिसलेक्रिप्टो पर RBI की बड़ी चेतावनी! लेकिन UPI को मिल रही है हाई-स्पीड ग्रीन सिग्नलभारत और पाकिस्तान को 350% टैरिफ लगाने की धमकी दी थी: ट्रंपजी20 विकासशील देशों के मुद्दे आगे बढ़ाएगा: भारत का बयानडेवलपर्स की जान में जान! SC ने रोक हटाई, रुके हुए प्रोजेक्ट फिर पटरी परनीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री, नई मंत्रिपरिषद में बड़े सरप्राइजराष्ट्रपति के लिए तय नहीं कर सकते समयसीमा: सुप्रीम कोर्टराजस्थान का बड़ा दांव! सेमीकंडक्टर पॉलिसी 2025 से बनेगा देश का अगला ‘चिप हब’50% अमेरिकी शुल्क के असर पर सरकार सतर्क, पीयूष गोयल 25 नवंबर को बुला रहे हैं बड़ी ट्रेड मीटिंग

लेखक : शिशिर गुप्ता

आज का अखबार, लेख

मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश ने दिखाया, कैसे कृषि क्षमता के सहारे राज्य तेजी से बढ़ सकते हैं आगे

इस बात को लेकर लगभग आमराय है कि भविष्य में देश की आर्थिक वृद्धि में राज्यों की अहम भूमिका होगी। यह भी सर्वस्वीकार्य है कि तेज वृद्धि के लिए राज्यों को कारक-बाजार सुधारों के माध्यम से अपने विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों को आगे बढ़ाना होगा। मसलन जमीन की कीमतों में कमी, लचीले श्रम कानूनों का […]

आज का अखबार, लेख

कामकाजी महिलाओं की तादाद बढ़ाने के लिए मांग पक्ष की चुनौतियां दूर करनी होंगी

मई महीने में नीति आयोग की 10वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए मजबूत नीतियों और कानून बनाने पर जोर दिया। ऐसा इसलिए कहा गया क्योंकि भारत में महिला श्रम बल भागीदारी (एलएफपीआर) दर लगभग 33 फीसदी है (विश्व बैंक, 2024), जो विश्व स्तर […]

आज का अखबार, लेख

नए शहरों से बेहतर, मौजूदा आर्थिक केंद्रों को मजबूत करना है विकास की कुंजी

नए शहरों का निर्माण करने के बजाय मौजूदा आर्थिक केंद्रों को मजबूती प्रदान करना राज्यों के स्तर पर तेज वृद्धि हासिल करने में मदद करेगा। जानकारी दे रहे हैं शिशिर गुप्ता और ऋषिता सचदेव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आह्वान किया है कि 2047 तक देश को विकसित बनाने का लक्ष्य हासिल करना है। इसमें दो […]

आज का अखबार, लेख

कॉर्पोरेट निवेश में दोबारा कैसे फूंकें नई जान?

जिस तरह किसान क्षितिज की ओर ताकते हुए मॉनसून के आगमन की प्रतीक्षा और प्रार्थना करते हैं, उसी तरह हर कोई यह प्रतीक्षा कर रहा है कि देश के कारोबारी जगत के पूंजीगत चक्र में सुधार हो ताकि देश की आर्थिक वृद्धि को गति प्रदान की जा सके, जो सन 2012 से ही गिरावट पर […]