अपराधों, खासकर महिलाओं के खिलाफ अपराधों का पता लगाने में पुलिस की मदद के लिए छात्रों को शामिल करने के लिए मुम्बई पुलिस ने इस तरह की पहल आरंभ की है ।
चव्हाण को लिखे पत्र में आयोग के प्रमुख मुनाफ हाकिम ने कहा कि उन्हें मुम्बई पुलिस की पहल के बारे में मीडिया में आई खबरों से पता लगा ।
हाकिम ने पिछले हफ्ते यहां एक समारोह में मुम्बई पुलिस आयुक्त सत्यपाल सिंह द्वारा शुरू किए गए मिशन मृत्युंजय के बारे में छपी एक खबर का उल्लेख किया ।
उन्होंने एक रिपोर्ट का भी उल्लेख किया जिसमें कहा गया है कि योजना आपराधिक और आतंकी गतिविधियों को रोकने के उद्देश्य से शुरू की गई है ।
हाकिम ने कहा, योजना के तहत प्रत्येक कॉलेज में मिशन मृत्यंजय क्लब स्थापित किया जाएगा । आयोग जानना चाहता है कि क्या सरकार ने ऐसी योजना शुरू करने को मंजूरी दी है ।
उन्होंने यह उल्लेख करते हुए पुलिस का हवाला दिया कि 1992 के दंगों के दौरान मुम्बई में हथियार एवं गोला बारूद चुंगी नाकों पर भ्रष्टाचार की वजह से पहंुचा था । हाकिम ने कहा कि आज भी भ्रष्टाचार के चलते फर्जी राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, मतदाता परिचय पत्र और पैन कार्ड बनाए जा रहे हैं ।