विश्व स्वास्थ्य संगठन :डब्ल्यूएचओ: द्वारा कराये गये विश्व स्वास्थ्य सर्वेक्षण में पाया गया कि भारत में 21.8 प्रतिशत अमीर लोगों के मुकाबले 46.7 प्रतिशत गरीब लोग धूम्रपान करते हैं।
तंबाकू विरोधी अभियान हिस्से के तहत यहां पर जारी किये गये अध्ययन में पाया गया है कि भारत में 35.5 प्रतिशत पुरूष और 7.6 प्रतिश महिला धूम्रपान करते हैं। अध्ययन में इस देश को कम आय वाले देश समूह के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
अध्ययन का समर्थन करते हुए रिजनल कैंसर सेंटर के एक विशेषग्य ने यहां पर बताया कि मेरे अनुभव के अनुसार तंबाकू से संबंधित समस्याओं से ग्रसित अस्पताल आने वाले अधिकांश मरीज गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं।
कम्युनिटी ऑन्कोलॉजी डिवीजन ्र आरसीसी ्र में सहायक प्रोफेसर डॉक्टर आर जयकृष्णन ने बताया आरसीसी में आने वाले तंबाकू से पीडि़त कैंसर मरीजों की बहुतायत कम आमदनी के स्तर वाले होते हैं। समय की मांग है कि विशेष रूप से अधिक कमजोर वर्गों पर ध्यान केन्दि्रत करने के लिए रोकथाम रणनीति अपनायी जाय।
अध्ययन में यह भी बताया गया है कि देश की एक तिहाई आबादी तंबाकू के प्रभाव से ग्रसित हैं।