, सात सितंबर
इस मुद्दे पर चीन और भारत को पूर्व में एक ही जमात में रखने वाले ओबामा ने टाइम वार्नर केबल एरिना में आयोजित डेमोक्रेटिक राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन समारोह में अपने संबोधन में भारत का नाम नहीं लिया।
ओबामा ने कहा, आपके पास विकल्प है कि हम शिक्षा में सुधार करें ताकि किसी अमेरिकी बच्चे को भीड़भाड़ वाली कक्षा अथवा सुविधाहीन स्कूल की वजह से पढ़ाई न छोड़नी पड़े।
राष्ट्रपति ने कहाा, किसी परिवार को सिर्फ इसलिए किनारे नहीं करना चाहिए कि उसके पास धन नहीं है। कंपनियों को यहां बेहतर, दक्ष कामगार नहीं मिलने की वजह से चीन के कर्मचारियों पर निर्भर होना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा ने उनके लिए अवसर का द्वार खोला। ओबामा ने कहा कि पहली बार करीब सभी प्रांतों ने अपने यहां के शिक्षा के स्तर में सुधार के मुद्दे पर कदम बढ़ाया है।