मसाला बॉन्ड मामला: ED ने केरल CM विजयन और पूर्व मंत्री इसाक को भेजा ₹466 करोड़ का कारण बताओ नोटिसMeesho IPO vs Vidya Wires IPO vs Aequs IPO: 3 दिसंबर से लगा सकेंगे बोली, ग्रे मार्केट में कौन मार रहा बाजी ?नवंबर में भारत का मैन्युफैक्चरिंग PMI फिसलकर 56.6 पर, US टैरिफ का दिखा असरकमर्शियल LPG सिलेंडर की कीमतें घटीं, दिसंबर से ₹10 सस्ता; जेट ईंधन हुआ महंगाGold and Silver price today: चांदी ऑल टाइम हाई पर, सोना फिर 1.30 लाख रुपये के पारमिड–स्मॉल कैप या लार्ज कैप? एक्सपर्ट्स ने बताया ‘सेंटा रैली’ के दौरान कहां लगाएं पैसाभारत को चाहिए ‘ग्रीन फाइनेंस इंस्टिट्यूशन’, CII ने बजट से पहले रखी बड़ी मांगCBIC के नए मुखिया बने विवेक चतुर्वेदी, बजट और कर सुधारों की कमान संभालेंगेबैंकिंग सेक्टर में हलचल: बंधन बैंक बेच रहा ₹7,000 करोड़ का बैड MFI कर्जउभरते बाजारों की इक्विटी और खास तौर से भारत पिछड़ा: प्रवीण जगवानी
अन्य समाचार मुनाफावसूली के कारण कालीमिर्च वायदा कीमतों में 0.51 प्रतिशत की गिरावट
'

मुनाफावसूली के कारण कालीमिर्च वायदा कीमतों में 0.51 प्रतिशत की गिरावट

PTI

- August,29 2012 4:53 PM IST

सटोरियों की मुनाफावसूली के कारण वायदा कारोबार में आज कालीमिर्च की कीमत 0.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ 41,830 रुपये प्रति क्विंटल रह गयी।

हालांकि हाजिर बाजार में मामूली आपूर्ति के कारण गिरावट कुछ थम गई।

एनसीडीईएक्स में कालीमिर्च के सितंबर डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 215 रुपये अथवा 0.51 प्रतिशत की हानि के साथ 41,830 रुपये प्रति क्विंटल रह गयी जिसमें 4,235 लॉट के लिए कारोबार हुआ।

इसी प्रकार कालीमिर्च के अक्तूबर डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 165 रुपये अथवा 0.39 प्रतिशत की हानि के साथ 42,600 रुपये प्रति क्विंटल रह गयी जिसमें 2,705 लॉट के लिए कारोबार हुआ।

बाजार सूत्रों ने कहा कि हाल की तेजी के बाद सटोरियों की मुनाफावसूली के अलावा प्रतिस्पर्धी देशों के उत्पाद की तुलना में अधिक महंगा होने के कारण कम निर्यात होने की खबर से वायदा कारोबार में कालीमिर्च कीमतों में गिरावट आई।

उन्होंने कहा कि किसानों के द्वारा सीमित आपूर्ति तथा कम स्टाक होने के कारण भी हानि कुछ सीमित हो गयी।

संबंधित पोस्ट