थलसेना ने करीब दस हजार जवानों को बचाव अभियान में लगा रखा है वहीं वायुसेना ने 50 हेलीकाप्टर और विमानों की तैनाती की है ताकि पांच दिनों से अधिक समय से वहां फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।
वायुसेना ने अब तक 150 उड़ानों से करीब 1400 लोगों को विभिन्न स्थानों से बाहर निकाला है। इन स्थानों में केदारनाथ और गौरीकुंड क्षेत्र शामिल हैं।
रक्षा मंत्रालय ने यहां एक विग्यप्ति में कहा कि पहला सी..130जे विमान आज सुबह खराब मौसम के बावजूद धरासु में उतारा जहां उतरने का क्षेत्र सिर्फ 1300 फुट लंबा है। इस विमान से 8000 लीटर ईंधन निकालकर एक टैंकर में रखा गया।
विग्यप्ति के अनुसार इससे अभियान में शामिल वायुसेना के प्रयासों को मदद मिलेगी तथा अधिक ईंधन की आपूर्ति हो सकेगी।
तीन सी..130जे विमानों का इस्तेमाल लोगों को निकालने में किया जा रहा है। इसका इस्तेमाल लोगों को धरासु से हिंडन एयरबेस लाने में भी किया जा रहा है।
जारी भाषा