भारत-ब्राजील ने व्यापार, दुर्लभ मृदा खनिजों पर की बातमानवयुक्त विमानों की बनी रहेगी अहमियत : वायु सेना प्रमुखजीवन बीमा कंपनियां वितरकों का कमीशन घटाकर GST कटौती का पूरा लाभ ग्राहकों को देंगीRBI ने ECB उधारी के लिए वित्तीय क्षमता आधारित सीमा और बाजार दरों पर उधार लेने का दिया प्रस्तावभारतीय कंपनियों में IPO की होड़, 185 से ज्यादा DRHP दाखिल होने से प्राइमरी मार्केट हुआ व्यस्तभारतीय को-वर्किंग कंपनियां GCC के बढ़ते मांग को पूरा करने के लिए आसान ऑप्शन कर रही हैं पेशभारतीय दवा कंपनियां अमेरिका में दवा की कीमतें घटाकर टैरिफ से राहत पाने की राह पर!हीरा नगरी सूरत पर अमेरिकी टैरिफ का असर: मजदूरों की आय घटी, कारोबार का भविष्य अंधकार मेंपुतिन ने भारत-रूस व्यापार असंतुलन खत्म करने पर दिया जोरखुदरा पर केंद्रित नए रीट्स का आगमन, मॉल निवेश में संस्थागत भागीदारी बढ़ने से होगा रियल एस्टेट का विस्तार
अन्य समाचार सोने की चोरी के लिए जौहरी को 28 . 49 लाख रुपये चुकाएगी बीमा कंपनी
'

सोने की चोरी के लिए जौहरी को 28 . 49 लाख रुपये चुकाएगी बीमा कंपनी

PTI

- July,09 2012 6:45 AM IST

देश के शीर्ष उपभोक्ता आयोग ने यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड को मुंबई स्थित एक जौहरी को 28 . 49 लाख रूपये का भुगतान करने का निर्देश दिया है ताकि 12 साल पहले उनके दुकान से 6 . 8 किलोग्राम सोने के आभूषण की चोरी से हुए नुकसान की भारपाई हो सके ।

राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग :एनसीडीआरसी: ने भुगतान का निर्देश देते हुए कहा कि बीमा कंपनी द्वारा मुंबई के आभूषण व्यापारी चंपकलाल हंसराज शाह के दावे को खारिज किया जाना न्यायोचित नहीं था, खासतौर से जब सर्वेक्षक ने नुकसान का आकलन किया था ।

न्यायमूर्ति एस. सी. जैन की अध्यक्षता में पीठ ने बीमा कंपनी को यह भी बताया कि अगर वह सर्वेक्षक के निष्कर्ष संतुष्ट नहीं थी तो उसे दावे को खारिज करने से पहले एक अन्य सर्वेक्षक को नियुक्त करना चाहिए था ।

आयोग का फैसला 2003 में दायर की गई शाह की याचिका पर आया जिसमें आरोप लगाया गया कि बीमा कंपनी ने मनमाने ढंग से उसके दावे को इस आधार पर खारिज कर दिया कि सोने के आभूषणों को सेंधमार रोधक तिजोरी में नहीं रखा गया था जबकि वह 1995 से हर साल बिना किसी समस्या के अपनी पॉलिसी का नवीकरण करा रहा था ।

संबंधित पोस्ट