एड्यु-वेल्थ क्षेत्र की स्टार्टअप कंपनी जिंक ने नेक्सस वेंचर पार्टनर्स की अगुआई में सीड फंडिंग के दौर में 2.55 करोड़ डॉलर की रकम जुटाई है। इसमें कुओना कैपिटल, ईडीबीआई, ग्लोबल वेंचर्स और सैसन कैपिटल की भी भागीदारी रही।
इस फंडिंग से जिंक को योजनाओं में नवीनता बढ़ाने और अपनी पेशकशों का विस्तार देने में मदद मिलेगी। कंपनी ने कहा कि इस पूंजी का इस्तेमाल वैश्विक निवेश योजनाओं, एआई से संचालित विश्वविद्यालय परामर्श और सीमा पार भुगतान समाधानों के विकास में मदद के लिए भी किया जाएगा।
प्रशांत रंगनाथन द्वारा स्थापित जिंक का मुख्य मिशन परिवारों की मदद करना है। इसे वह एड्यु-वेल्थ कहती है। यह ऐसा वित्तीय आधार है जिसे विशेष रूप से विदेश में शिक्षा की बढ़ती लागत को पूरा करने के लिए तैयार किया गया है।
कंपनी ने जिंक ऑनर्स जैसी सेवाएं पेश की हैं। यह ऐसा संपूर्ण योजना समूह है, जो बच्चों की शिक्षा के लिए सभी तरह की सहायता देता है। इसी तरह ‘एडा’ एआई-संचालित शिक्षा-परामर्शदाता सेवा है जिसे भारत में युवा उम्मीदवारों को व्यापक सहायता और मार्गदर्शन के लिए डिजाइन किया गया है।
जिंक के संस्थापक और मुख्य कार्य अधिकारी प्रशांत रंगनाथन ने कहा, ‘आज के तेजी से बदलते वित्तीय परिदृश्य में पारंपरिक रूप से रुपया आधारित बचत से आगे बढ़ना और मुद्रा में उतार-चढ़ाव तथा महंगाई से बचाने वाली वैश्विक रणनीतियों को अपनाना महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा, ‘जिंक छात्रों को सही विश्वविद्यालयों से जोड़ने के संबंध में ही नहीं है बल्कि यह व्यापक वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करने के संबंध में है, जो परिवारों को विभिन्न देशों में बचत करने, निवेश करने और समझदारी से योजना बनाने में सक्षम करता है।’