मध्य प्रदेश में निवेश आकर्षित करने के प्रयासों की अगली कड़ी में प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव 24 से 30 नवंबर तक की जर्मनी और यूनाइटेड किंगडम की यात्रा पर जा रहे हैं। एक सप्ताह के इस प्रवास के दौरान वह विभिन्न क्षेत्रों में ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल, रिन्यूएबल एनर्जी, एज्युकेशन और फूड प्रोसेसिंग, मेडिकल सहित विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए उद्योगपतियों और निवेशकों के साथ इंटरेक्टिव सेशन, राउंड टेबल वार्ता और वन टु वन चर्चा करेंगे। वह यूके और जर्मनी में एनआरआई समुदाय के साथ भी चर्चा करेंगे।
मुख्यमंत्री ने प्रवास के पहले शीर्ष उद्योगपतियों, उद्योग जगत के प्रतिनिधिमंडल और विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की और उनकी राय ली। आयोजन में उन्होंने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने मेडिकल टूरिज्म, स्वास्थ्य और अंतरिक्ष विज्ञान जैसे क्षेत्रों में अवसरों पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बढ़ती चिकित्सा सुविधाएं मेडिकल टूरिज्म का मार्ग प्रशस्त कर रही हैं। मध्य प्रदेश यूनाइटेड किंगडम और जर्मनी को मशीनरी, फार्मास्युटिकल्स, मेडिकल डिवाइसेस, टेक्सटाइल और गारमेंट आदि का निर्यात करने वाला प्रमुख राज्य है।
कार्यक्रम में कन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (क्रेडाई) के मध्य प्रदेश चैप्टर के प्रेसिडेंट मनोज मीक मुख्यमंत्री को राजा भोज के प्रतिष्ठित ग्रंथ ‘सम्रांगण सूत्रधार’ सहित नगरीय विकास की कई किताबों की प्रतियां भेंट कीं। उन्होंने मुख्यमंत्री को भोपाल सहित प्रदेश के शहरों को विश्वस्तरीय बनाने के लिए ठोस सुझाव भी दिए। कार्यक्रम में क्रेडाई, सीआईआई, पीएचडी सीसी, फिक्की, भोपाल चैंबर ऑफ कॉमर्स, सहित कई प्रमुख औद्योगिक संगठनों और उद्योगपतियों ने हिस्सा लिया।
विदेश यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री लंदन, बर्मिंघम, म्यूनिख और स्टटगार्ट का दौरा करेंगे। म्यूनिख और स्टटगार्ट जर्मनी के प्रमुख औद्योगिक शहर हैं।