वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा है कि पश्चिम एशिया में इजरायल और हमास के बीच संघर्ष शुरू होने से तेजी से उभरते कई बाजार चिंता में डूब गए हैं।
वित्त मंत्री ने कहा है कि तेल के बढ़ते दाम चिंता का कारण हैं। सीतारमण ने मोरक्को के शहर मराकेश में जी -20 देशों के वित्त मंत्रियों की बैठक के दौरान यह बात कही।
इजरायल और हमास (Israel-Hamas War) के बीच संघर्ष का उल्लेख करते हुए सीतारमण ने कहा, ‘पश्चिम एशिया में संकट पैदा होने के बाद तेल के दाम को लेकर फिर चिंताएं पैदा हो गई हैं। कई देशों को इस बात की चिंता सता रही कि तेल के दाम बढ़ने से चुनौतियां उत्पन्न हो सकती हैं।’
जी 20 समूह के सदस्य देशों के वित्त मंत्री अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक (World Bank) की सालाना बैठक में हिस्सा ले रहे हैं। भारत इस समय जी -20 समूह का अध्यक्ष है और इस साल नवंबर तक अध्यक्षता उसके पास रहेगी।
वित्त मंत्री ने शुक्रवार को स्विट्जरलैंड की वित्त मंत्री कैरिन केलर-सटर से मुलाकात की। इस दौरान दोनों पक्ष 2024 की शुरुआत में भारत-स्विस वित्तीय वार्ता का पाचवां दौर आयोजित करने पर सहमत हुए।
वित्त मंत्रालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा कि इस वार्ता में फिनटेक (वित्तीय प्रोद्योगिकी), बुनियादी ढांचा क्षेत्र और यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) के क्षेत्र में सहयोग के मुद्दों को शामिल किया जा सकता है।
दोनों नेताओं की यह बैठक मोरक्को के मराकेश में वित्त मंत्रियों एवं केंद्रीय बैंकों के गवर्नर (एफएमसीबीजी) की चौथी जी-20 बैठक और अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष-विश्व बैंक की सालाना बैठकों के दौरान हुई।
मंत्रालय के अनुसार, दोनों मंत्रियों ने शेष मुद्दों के समाधान के लिए समझौते पर पहुंचने का भरोसा जताया ताकि भारत-यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए), व्यापार और आर्थिक भागीदारी समझौता (टीईपीए) और द्विपक्षीय निवेश संधि (बीआईटी) को अंतिम रूप दिया जा सके।
कैरेन ने बीमा क्षेत्र में भारत के साथ सहयोग बढ़ाने में रूचि जतायी। दोनों पक्षों ने भारत-स्विस वित्तीय वार्ता के पांचवें दौर में बीमा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का मुद्दा शामिल करने पर सहमति जताई।