तकनीकी दिग्गज सेल्सफोर्स (Salesforce) भारत में विस्तार की राह पर है। अमेरिकी कंपनी ने कहा कि वह भारत में वृद्धि को लगातार रफ्तार दे रही है क्योंकि काफी फर्में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन में निवेश कर रही है और जेनरेटिव आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के जरिये आगे बढ़ने वाले नवोन्मेष चक्र का इस्तेमाल कर रही है।
कंपनी बेंगलूरु के कार्यालय में अपनी मौजूदगी का विस्तार करने की योजना बना रही है। कंपनी ने कहा कि वह टेक्नोलॉजी व प्रॉडक्ट्स, सेल्स, बिजनेस सपोर्ट आदि विभिन्न भूमिकाओं के लिए भारत में नियुक्ति जारी रखे हुए है।
सेल्सफोर्स इंडिया की मुख्य कार्याधिकारी और चेयरपर्सन अरुंधती भट्टाचार्य ने कहा, जेनरेटिव एआई आने के बाद हमारे ज्यादातर ग्राहक (कंपनियां) यह महसूस करने लगी हैं कि उन्हें पूरी तरह से डिजिटल बनना जरूरी है। यह हमारे लिए अच्छा है।
इनमें पारंपरिक विनिर्माण कंपनियां और टियर-2 व टियर-3 शहरों की फर्में शामिल हैं। भट्टाचार्य ने कहा, वे यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि नई व उभरती तकनीक का इस्तेमाल वह कैसे अपने ग्राहकों को बेहतर सेवा देने और ज्यादा दक्षता व उत्पादकता में कर सकता है।
सेल्सफोर्स इंडिया का राजस्व पिछले वित्त वर्ष में 50 फीसदी से ज्यादा उछलकर 6,000.3 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह जानकारी कंपनी मामलों के मंत्रालय के रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज को उनकी तरफ से भेजी गई सूचना से मिली।
भट्टाचार्य ने कहा, सेल्सफोर्स के लिए भारत अहम बाजार है। कारोबारों को भरोसेमंद डिजिटल सलाहकार की अपनी भूमिका के जरिये हम भारत की आर्थिक वृद्धि को सहारा देने पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित किए हुए हैं। एआई क्रांति में सबसे आगे रहने के साथ हमने वैश्विक तकनीकी अगुआ के तौर पर भारत की साख को और मजबूत बना रहे हैं।
इस साल सेल्सफोर्स ने हैदराबाद के अपने प्रमुख सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के विस्तार की घोषणा की थी, जो यह बताने के लिए था कि कंपनी के लिए भारत अग्रणी प्रतिभा, ज्ञान और वैश्विक नवोन्मेष केंद्र है।
भारत में सेल्सफोर्स के 10,000 कर्मचारी हैं, जो हैदराबाद, बेंगलूरु, मुंबई, गुरुग्राम, पुणे और जयपुर में हैं। भट्टाचार्य ने कहा, हम हर क्षेत्र में लगातार नियुक्तियां कर रहे हैं। हमारा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस न सिर्फ हमारे उत्पाद व शोध में योगदान कर रहा है बल्कि विभिन्न क्रियाकलापों को भी काफी सहारा दे रहा है।
हालांकि कंपनी ने यह नहीं बताया कि वह कितने लोगों की नियुक्ति की योजना बना रही है और देश में उसका इरादा और कितनी पूंजी के निवेश का है। अग्रणी भारतीय कारोबारों मसलन टीवीएस मोटर, एशियन पेंट्स और कोटक महिंद्रा बैंक अपनी डिजिटल रणनीति में मदद के लिए सेल्सफोर्स से संपर्क कर रहे हैं।