Sensex को ताजा 10,000 अंक वृद्धि (16 प्रतिशत तेजी) का सफर पूरा करने में कुछ ज्यादा समय लगा। 30 शेयर वाला सेंसेक्स 24 सितंबर 2021 को 60,000 के निशान को पार करने में सफल रहा था। दो साल और करीब 550 कामकाजी दिनों के बाद यह सूचकांक सोमवार को पहली बार 70,000 के आंकड़े पर पहुंच गया।
आईसीआईसीआई बैंक, आईटीसी और लार्सन ऐंड टुब्रो ऐसे तीन प्रमुख शेयर हैं जिन्होंने इस सूचकांक को 60,000 से बढ़ाकर 70,000 पर पहुंचाने में 5500 अंक से ज्यादा का योगदान दिया। आईसीआईसीआई बैंक इस अवधि में 41 प्रतिशत चढ़ा, जबकि आईटीसी और एलऐंडटी में करीब 90-90 प्रतिशत की तेजी आई।
हालांकि सेंसेक्स में निजी क्षेत्र के ऋणदाता के ज्यादा भारांक की वजह से उसका योगदान अन्य दो के मुकाबले अधिक है। 60,000 से 70,000 तक के सफर में सेंसेक्स के शानदार प्रदर्शन वाले शेयर एनटीपीसी (2.3 गुना तक), टाटा मोटर्स (2.3 गुना) और एमऐंडएम (2.1 गुना) शामिल रहे।
दिलचस्प तथ्य यह है कि सेंसेक्स के 9 शेयरों ने इस सूचकांक को सितंबर 2021 से 1,600 अंक तक नीचे पहुंचाया और करीब आधे शेयरों का प्रदर्शन कमजोर रहा। सूचकांक के प्रदर्शन को प्रभावित करने वाले शेयरों में इन्फोसिस (-536 अंक), विप्रो (-316 अंक), कोटक महिंद्रा बैंक (-219 अंक) और हिंदुस्तान यूनिलीवर (-152 अंक) शामिल हैं।
प्रतिशत संदर्भ में, खराब प्रदर्शन वाले शेयर हैं विप्रो (28 फीसदी गिरावट), टेक महिंद्रा (-19 प्रतिशत) और इन्फोसिस (-16 प्रतिशत)। इस अवधि के दौरान गिरावट वाले बड़े शेयरों में टीसीएस (6 प्रतिशत गिरावट), चढ़ने वालों में एचडीएफसी बैंक (3 प्रतिशत) और रिलायंस इंडस्ट्रीज (9 प्रतिशत तक) शामिल हैं।