सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (PSU) का उन कंपनियों की सूची में दबदबा बना हुआ है जिन्हें म्युचुअल फंड उद्योग संगठन एम्फी द्वारा शेयरों की श्रेणी में किए जाने वाले बदलाव के दौरान मिडकैप से लार्जकैप में शामिल किए जाने की संभावना है।
आईआईएफएल अल्टरनेटिव रिसर्च द्वारा कराए गए विश्लेषण से पता चला है कि भारतीय रेल वित्त निगम (आईआरएफसी), पावर फाइनैंस कॉरपोरेशन (पीएफसी), यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आरईसी और इंडियन ओवरसीज बैंक उन आठ में से पांच शेयरों में शामिल हैं जिन्हें ऊपरी श्रेणी (लार्जकैप) में शुमार किए जाने का अनुमान है।
इस बीच, मझगांव डॉक और एसजेवीएन को ‘स्मॉलकैप’ से ‘मिडकैप’ में अपग्रेड किया गया। इससे इस साल पीएसयू शेयरों में तेजी आई। निफ्टी पीएसयू में पिछले 6 महीनों के दौरान 50 प्रतिशत से ज्यादा तेजी आई, जो निफ्टी-50 सूचकांक में आई 12 प्रतिशत तेजी के मुकाबले करीब चार गुना अधिक है।
एम्फी की नए फेरबदल के लिए आखिरी तारीख 31 दिसंबर है। एम्फी जुलाई से दिसंबर के बीच की अवधि के लिए औसत बाजार पूंजीकरण के आधार पर शेयरों की नई सूची जारी करेगा। यह सूची जनवरी 2024 के पहले पांच दिनों के दौरान जारी की जाएगी।
संपूर्ण बाजार पूंजीकरण के संदर्भ में शीर्ष-100 कंपनियों को लार्जकैप, 101 से 250 के बीच के शेयरों को मिडकैप और उसके बाद के 251 शेयरों को स्मॉलकैप श्रेणी में रखा जाता है।