पूंजीगत वस्तु क्षेत्र की कंपनियां (Capital goods Companies) वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही के अपने परिणामों में आय वृद्धि की एक और स्थिर अवधि दर्ज कर सकती हैं क्योंकि ऑर्डर प्रवाह और उनका निष्पादन अच्छा रहा है। विश्लेषकों ने यह उम्मीद जताई है। कच्चे माल की कम लागत की वजह से ऑर्डर प्रवाह के लक्ष्य में बढ़ोतरी और मार्जिन में सुधार की भी उम्मीद है।
कोटक सिक्योरिटीज के विश्लेषकों ने एक नोट में पूंजीगत वस्तु क्षेत्र में देश की सबसे बड़ी कंपनी – लार्सन ऐंड टुब्रो के लिए 32 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि का अनुमान जताया है। इसमें कहा गया है कि पिछली पांच से छह तिमाहियों के दौरान ऑर्डर बुक में दमदार वृद्धि की वजह से हमें उम्मीद है सभी पूंजीगत वस्तु कंपनियों और अधिकांश ईपीसी (इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण) कंपनियों का निष्पादन पिछले साल की तुलना में अच्छा रहेगा।
सितंबर 2023 तिमाही में राजस्व वृद्धि के मामले में ब्रोकरेज फर्म निर्मल बांग, फिलिप कैपिटल, कोटक सिक्योरिटीज और प्रभुदास लीलाधर का अनुमान 11.8 प्रतिशत से लेकर 19 प्रतिशत तक के दायरे में था। करोपरांत लाभ (पीएटी) के मामले में पिछले साल की तुलना में वृद्धि 17 प्रतिशत से लेकर 31 प्रतिशत तक था।
इक्विटी रिसर्च फर्म फिलिप कैपिटल को उम्मीद है कि जिन कंपनियों का उसने विश्लेषण किया है, उनके संयुक्त ऑर्डर प्रवाह में पिछले साल की तुलना में 60 फीसदी की बढ़ोतरी होगी। फिलिप कैपिटल ने कहा कि इसका एक बड़ा हिस्सा एलऐंडटी के ऑर्डर प्रवाह में अनुमानित 64 प्रतिशत की वृद्धि से प्रेरित है।
एलऐंडटी ने जून 2023 तिमाही के दौरान ऑर्डर प्रवाह में पिछले साल के मुकाबले 57 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। विश्लेषकों को अब उम्मीद है कि वृद्धि दर के मामले में एलऐंडटी बेहतर प्रदर्शन करेगी।