पूरी तरह तैयार इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के आयात पर शुल्क घटाए जाने के कयासों के बीच केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कैलिफोर्निया में आज टेस्ला (Tesla) के कारखाने का दौरा किया। खबर है कि सरकार पूरी तरह तैयार ईवी के आयात पर शुल्क घटाने की सोच रही है।
गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘टेस्ला को आगे बढ़ाने में प्रतिभावान भारतीय इंजीनियरों एवं वित्तीय पेशेवरों को ऊंचे पदों पर काम करते देख खुशी हुई है। यह देखकर भी खुशी हुई कि टेस्ला के ईवी के लिए भारत से वाहनों के पुर्जे निर्यात करने वाली इकाइयों की अहमियत काफी बढ़ी है। कंपनी भारत से पुर्जों का आयात दोगुना करने की तैयारी कर रही है।’
सितंबर में गोयल ने कहा कि टेस्ला इस कैलेंडर वर्ष में भारत से 1.9 अरब डॉलर मूल्य के पुर्जों का आयात सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रही है। वर्ष 2022 में कंपनी ने भारत से 1 अरब डॉलर मूल्य के पुर्जों का आयात किया था।
गोयल ने संकेत दिए थे कि टेस्ला के मुख्य कार्याधिकारी ईलॉन मस्क (Elon Musk) अस्वस्थ रहने के कारण उनके साथ कैलिफोर्निया में नहीं रह सके। गोयल ने कहा कि मस्क मौजूद रहते तो उन्हें और खुशी होती। उन्होंने मस्क के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
मस्क ने भी अपनी अनुपस्थिति पर खेद जताया। गोयल के पोस्ट पर उन्होंने लिखा, ‘टेस्ला के संयंत्र में आपका आना हमारे लिए सम्मान की बात है। मुझे दुख है कि मैं कैलिफोर्निया नहीं पहुंच पाया। मगर पूरा विश्वास है कि भविष्य में आपसे जल्द ही मुलाकात होगी।‘
गोयल एशिया-प्रशांत आर्थिक ढांचा और एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग की बैठकों में भाग लेने के लिए अमेरिका के चार दिवसीय दौरे पर हैं।
इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी के प्रमुख मस्क ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस साल जून में न्यूयॉर्क में मुलाकात की थी। मुलाकात के बाद मस्क ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी चाहते हैं कि टेस्ला भारत में बड़े पैमाने पर निवेश करे।
मस्क ने यह भी कहा था कि इस संबंध में जल्द ही घोषणा हो सकती है। टेस्ला प्रमुख ने कहा था कि वह 2024 में भारत जाने पर विचार कर रहे हैं।
अगस्त 2021 में मस्क ने कहा था कि भारत में आयातित वाहनों का प्रयोग सफल रहा तो टेस्ला वहां कारखाना लगा सकती है। मस्क ने कहा था कि टेस्ला भारत में अपने वाहन उतारना चाहती है मगर वहां आयात शुल्क दुनिया में सबसे अधिक है।
सितंबर में गोयल ने टेस्ला के लिए आयात शुल्क में किसी तरह की रियायत देने की गुंजाइश से इनकार किया था। मंत्री ने कहा था, ‘इस संबंध में किसी कंपनी को विशेष रियायत नहीं दी जाएगी और पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी। हमारी सरकार सभी कंपनियों को समान अवसर देती है।’ गोयल ने कहा था कि सभी संबंधित पक्षों के साथ चर्चा करने के बाद कोई नीति लाई जाएगी।