Paytm 50,000 रुपये कम रकम वाले कर्ज के वितरण में कटौती करेगी। भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से असुरक्षित पर्सनल लोन के नियमों को सख्त बनाए जाने के कुछ दिनों बाद कंपनी ने यह फैसला लिया है।
कंपनी ने कहा कि इस कदम से वितरण (जिन्हें पोस्टपेड लोन भी कहा जाता है) में करीब 50 फीसदी की कमी आएगी। हालांकि कंपनी ने कहा कि मार्जिन या राजस्व पर असर न्यूनतम होगा।
नोएडा की फिनटेक कंपनी की तरफ से पोस्टपेड लोन में कमी लाने का कदम आरबीआई की ओर से असुरक्षित पर्सनल लोन पर जोखिम भारांक 100 फीसदी से 125 फीसदी किए जाने के कुछ दिन बाद उठाया गया है।
कंपनी ने एक बयान में कहा, हालिया आर्थिक घटनाक्रम और नियामकीय दिशानिर्देश को देखते हुए उधारी साझेदारों से संपर्क के बाद कंपनी ने 50,000 रुपये से कम वाले कर्ज पोर्टफोलियो को दुरुस्त किया है, जिसे पोस्टपेड लोन कहा जाता है और अब यह उसके कुल कर्ज वितरण का मामूली हिस्सा होगा।