अक्टूबर में सक्रिय इक्विटी म्युचुअल फंड (MF) योजनाओं में शुद्ध निवेश मासिक आधार पर 42 प्रतिशत बढ़कर 19,957 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
अक्टूबर से पहले के 6 महीनों में यह निवेश घटकर निचले स्तर पर रह गया था। सकल निवेश 4 प्रतिशत बढ़ा, क्योंकि निवेशकों ने इक्विटी बाजार में गिरावट के बीच कम कीमत पर एमएफ यूनिट हासिल करने पर जोर दिया।
प्रमुख सूचकांकों निफ्टी और सेंसेक्स (Sensex) में पिछले महीने 2.8 प्रतिशत और 2.9 प्रतिशत की गिरावट आई थी। यह इस कैलेंडर वर्ष में इनका सबसे खराब प्रदर्शन था।
निफ्टी मिडकैप (Nifty MidCap) 100 सूचकांक 4.1 प्रतिशत गिरा, जो जून 2022 से सबसे बड़ी मासिक गिरावट है, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 अक्टूबर में एक प्रतिशत कमजोर हुआ।
अक्टूबर में इक्विटी योजनाओं में शुद्ध निवेश को एसआईपी के जरिये होने वाले निवेश में तेजी से मदद मिली थी। करीब एक साल से एसआईपी निवेश में हर महीने तेजी आ रही है और अक्टूबर में यह 16,928 करोड़ रुपये की नई ऊंचाई पर पहुंच गया।
एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (amfi) के आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर में 34 लाख से ज्यादा नए एसआईपी खाते खुले। छोटी कंपनियों के कोषों के प्रति निवेशकों का आकर्षण कायम रहने से इक्विटी म्युचुअल फंडों में निवेश प्रवाह बेहतर हुआ है।
एम्फी ने गुरुवार को इस बारे में आंकड़े जारी किए हैं। सितंबर में इस श्रेणी में 14,091 करोड़ रुपये का निवेश आया था। इससे पहले अगस्त में निवेश 20,245 करोड़ रुपये था।
अक्टूबर लगातार 32वां माह रहा जब इक्विटी म्युचुअल फंडों में निवेश का प्रवाह सकारात्मक रहा है। इस श्रेणी को स्मॉलकैप फंडों को मिले 4,495 करोड़ रुपये के कोष से बढ़ावा मिला। थीमेटिक फंडों में 3,896 करोड़ रुपये का निवेश आया।