facebookmetapixel
2025 में भारत की तेल मांग चीन को पीछे छोड़ने वाली है, जानिए क्या होगा असररॉकेट बन गया सोलर फर्म का शेयर, आर्डर मिलते ही 11% दौड़ा; हाल ही में लिस्ट हुई थी कंपनीटायर स्टॉक पर ब्रोकरेज बुलिश, रेटिंग अपग्रेड कर दी ‘BUY’; कहा-करेक्शन के बाद दौड़ेगा शेयरVeg and Non veg thali price: अगस्त में महंगी शाकाहारी और मांसाहारी थालीफिर से दुनिया की अर्थव्यवस्था में भारत-चीन का होगा दबदबा! अमेरिका को मिलेगी टक्कर?त्योहारी सीजन से पहले Audi India ने दी गुड न्यूज! ₹7.8 लाख तक घटा दी कीमतें, चेक करें नई रेट लिस्टGST 2.0 में कॉम्पेंसेशन सेस हटने से डीलर्स को बड़ा नुकसान होने का खतरा, पूर्व ICAI अध्यक्ष ने सुझाया समाधानMotilal Oswal ने इस हफ्ते के लिए चुना ये धाकड़ स्टॉक, टेक्निकल चार्ट पर दे रहा पॉजिटिव संकेत; जानें टारगेट और स्टॉपलॉसCancer Vaccine: रूस ने पेश की EnteroMix कैंसर वैक्सीन, प्रारंभिक परीक्षण में 100% सफलताMutual Fund: पोर्टफोलियो बनाने में उलझन? Sharekhan ने पेश किया मॉडल; देखें आपके लिए कौन-सा सही?

भारत के PSU अब मंगा सकेंगे चीन के सोलर मॉड्यूल, NTPC को होगा फायदा

2022 में कुछ सौर उपकरणों के आयात की अनुमति दी गई थी, लेकिन सौर आयात पर लगी शुल्क बाधाओं के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब तैयार सोलर मॉड्यूल का आयात अब चीन से किया जा सकेगा।

Last Updated- June 20, 2023 | 9:43 PM IST
NTPC Green seeks speedy approval from SEBI for Rs 10,000 crore IPO NTPC ग्रीन ने 10,000 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए सेबी से तेजी से मंजूरी मांगी

वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग ने केंद्र सरकार के सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (पीएसयू) को चीन के सोलर मॉड्यूल के आयात की अनुमति दे दी है, जिससे इसके आयात की राह खुल गई है। इस फैसले का सबसे ज्यादा लाभ सरकारी कंपनी और देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक एनटीपीसी लिमिटेड को होगा।

व्यय विभाग के सार्वजनिक खरीद विभाग की ओर से 25 मई को जारी नोटिस में कहा गया है कि सीपीएसई द्वारा सोलर फोटोवोल्टाइक मॉड्यूल की खरीद को 2017 के आदेश के प्रावधानों से छूट दी गई है, जिसमें भारत में पंजीकृत न होने वाले सीमावर्ती देशों से कंपनियों को आयात करने से रोका गया है।

2022 में कुछ सौर उपकरणों के आयात की अनुमति दी गई थी, लेकिन सौर आयात पर लगी शुल्क बाधाओं के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब तैयार सोलर मॉड्यूल का आयात अब चीन से किया जा सकेगा। इस फैसले की सबसे बड़ी लाभार्थी एनटीपीसी ने कुल 1.45 गीगावॉट क्षमता के सोलर मॉड्यूल खरीदने के लिए वैश्विक बोली मांगी है। यह टेंडर कंपनी की भाडला (राजस्थान), भुज (गुजरात) और शाजापुर (मध्य प्रदेश) परियोजना के लिए है।

कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि इस छूट से बड़ी राहत मिली है क्योंकि कंपनी थोक में सोलर मॉड्यूल खरीदने पर विचार कर रही थी और घरेलू उत्पादक मांग पूरी करने में सक्षम नहीं हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘थोक ऑर्डर के बावजूद पेशकश में आई कीमत संतोषजनक नहीं है और हमारी पहले की बोलियों में ज्यादा विनिर्माता सामने नहीं आए हैं।’

कंपनी को उम्मीद है कि गुजरात सहित उसकी कुछ प्रमुख सौर बिजली परियोजनाएं जल्द शुरू हो सकेंगी। गुजरात परियोजना के लिए रिकॉर्ड 2.44 रुपये प्रति यूनिट की निचले स्तर की बोली मिली थी। अधिकारियों ने कहा कि सोलर मॉड्यूल की कीमत वैश्विक बाजार में कम हुई हैं, जो 25 से 28 सेंट प्रति किलोवाट घंटे पर पहुंच गई थीं।

हालांकि आयात पर बुनियादी सीमा शुल्क (बीसीडी) लगा रहेगा। केंद्र सरकार ने 22 अप्रैल से आयातित सोलर सेल पर 25 प्रतिशत और आयातित मॉड्यूल पर 40 प्रतिशत बुनियादी सीमा शुल्क लगा रखा है, जिससे घरेलू सोलर मैन्युफैक्चरिंग को लाभ मिल सके।

भारत में करीब 85 प्रतिशत सौर बिजली क्षमता आयातित सेल और मॉड्यूल से तैयार की गई है, जिसमें ज्यादातर आयात चीन से होता है। बीसीडी लगाए जाने के बाद सौर बिजली परियोजनाओं के डेवलपर सोलर फोटोवोल्टाइक सेल की कमी का सामना कर रहे हैं और इसकी कीमत में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। सूत्रों ने कहा कि सरकारी कंपनी एनटीपीसी सहित प्रमुख परियोजना डेवलपरों को घरेलू आपूर्तिकर्ताओं से पर्याप्त आपूर्ति नहीं मिल रही है।

First Published - June 20, 2023 | 9:43 PM IST

संबंधित पोस्ट