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भारत की कोवैक्सीन को US में मिल सकती है मंजूरी, फेस 2/3 में सफल रही वैक्ससीन

Last Updated- January 10, 2023 | 8:14 AM IST
covaxin

भारत द्वारा विकसित कोवैक्सीन टीका अमेरिका में व्यवसायीकरण के लिए एक कदम और आगे बढ़ गया है। भारत बायोटेक के पार्टनर ओक्यूजेन ने कोवैक्सीन (बीबीवी152) के 2/3 चरण के अध्ययन में सकारात्मक डेटा आने की घोषणा की है।

नैस्डैक सूचीबद्ध ओक्यूजेन अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको में कोवैक्सीन का व्यवसायीकरण करने के लिए भारत बायोटेक का पार्टनर है। दोनों ने फरवरी 2021 में अमेरिकी बाजार के लिए एक साझेदारी की, और इसके बाद से कनाडा और मैक्सिको के बाजारों को भी शामिल करने के लिए साझेदारी का विस्तार किया है।

अगर अध्ययन आवश्यक शर्तों को पूरा करने में सफल होते हैं और अमेरिकी दवा नियामक कोवैक्सीन को मंजूरी दे देते हैं, तो यह अमेरिका में स्वीकृत होने वाला भारत द्वारा विकसित पहला टीका होगा। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने अमेरिका में नोवैक्स के कोविड19 टीके का निर्माण किया। लेकिन यह एक अनुबंध के आधार पर टीका निर्माण की साझेदारी है।

ओक्यूजेन ने दावा किया है कि चरण 2/3 में वायरस से प्रतिरक्षा और इसके विस्तार के लिए अध्ययन किया गया और दोनों बिंदुओं पर मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया देखने को मिली। इस अध्ययन में 419 अमेरिकी वयस्क प्रतिभागियों को नामांकित किया गया था, जिन्हें 28 दिनों के अंतराल पर कोवैक्सीन या प्लेसिबो की दो खुराक दी गई। यह खुराक प्रतिभागियों को रैंडम प्रक्रिया के तहत 1:1 के अनुसार दी गई।

ओक्यूजेन ने दावा किया कि सामान्य व्यक्तियों में कोवैक्सीन का कोई नुकसानदायक असर नहीं पड़ा। अमेरिका में जिन्हें पहले एमआरएनए टीका लगाया गया था, उनमें भी कोई ऐसा प्रतिकूल असर नहीं देखने को मिला। कंपनी ने कहा कि कोई भी टीका संबंधी प्रतिकूल असर जैसे थ्रोम्बोटिक या मायोकार्डिटिस या पेरिकार्डिटिस के मामले नहीं देखने को मिले।

न्यू इंग्लैंड कॉम्प्लेक्स सिस्टम्स इंस्टीट्यूट में कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख और महामारी विशेषज्ञ और माइक्रोक्लिनिक इंटरनैशनल में मुख्य स्वास्थ्य अर्थशास्त्री डॉ. एरिक फेगल-डिंग ने कहा कि ये सकारात्मक आंकड़े लगातार विकसित हो रहे कोविड-19 महामारी के प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण कदम का संकेत देते हैं। सार्स-कोवी-2 वायरस के वेरिएंट के लगातार बढ़ते मामलों के साथ कोविड19 के लिए अलग-अलग तरह के टीकों की आवश्यकता गंभीर रूप से स्पष्ट हो गई है।

First Published - January 10, 2023 | 8:14 AM IST

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