भारतीय स्टेट बैंक 10,000 करोड़ रुपये के इन्फ्रा बॉन्डों की बिक्री इस हफ्ते कर सकता है और इस प्रतिभूति की परिक्वता अवधि 15 साल हो सकती है। सूत्रों ने बिजनेस स्टैंडर्ड को यह जानकारी दी। देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने पिछले हफ्ते कहा था कि उसके निदेशक मंडल ने मौजूदा वित्त वर्ष में इन्फ्रा बॉन्ड जारी करने की मंजूरी दे दी है। बैंक ने हालांकि बॉन्ड की परिपक्वता अवधि का जिक्र नहीं किया था।
एक सूत्र ने कहा, वे 15 साल के बॉन्ड की कोशिश कर रहे हैं और इसे कमोबेश जल्द ही अंतिम रूप दे दिया जाएगा कि इसकी अवधि 15 साल होगी या नहीं। अगर उन्हें मंजूरी मिल जाती है तो वे शायद इस हफ्ते ऐसा कर देंगे।
एक सूत्र ने कहा, एसबीआई का पिछला बॉन्ड 7.53-7.57 फीसदी पर था। अब इन्फ्रा बॉन्ड करीब 7.60 फीसदी के स्तर पर रह सकता है। अगर 15 साल की परिपक्वता अवधि के साथ वे चलते हैं तो वे इसे इस हफ्ते ही इलेक्ट्रॉनिक डेट बिडिंग प्लेटफॉर्म पर मैप कर देंगे।
पिछली बार 14 साल के सरकारी बॉन्ड की नीलामी प्राथमिक बाजार में 7.43 फीसदी प्रतिफल पर हुई थी। 10 साल के बेंचमार्क सरकारी बॉन्ड सोमवार को 7.34 फीसदी पर टिके। बुनियादी ढांचा बॉन्ड या इन्फ्रा बॉन्ड वे प्रतिभूतियां होती हैं, जिन्हें शुद्ध मांग व समयबद्ध देनदारी (एनडीटीएल – डिप़ॉजिट के लिए प्रॉक्सी) से छूट मिलती है। ऐसे में ये नकदी आरक्षी अनुपात और सांविधिक तरलता अनुपात की अनिवार्यता का हिस्सा नहीं होते। बुनियादी ढांचे की परियोजना के अलावा इस रकम का इस्तेमाल अफोर्डेबल हाउसिंग वेंचर को कर्ज देने में भी हो सकता है।
एसबीआई का इन्फ्रा लोन बुक सितंबर 2022 में सालाना आधार पर 10.81 फीसदी बढ़कर 3.67 लाख करोड़ रुपये रहा। इसमें से बिजली क्षेत्र को कर्ज 1.95 लाख करोड़ रुपये और सड़क परियोजना को 95,614 करोड़ रुपये रहा।
पिछले महीने निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक ने बिजली व सड़क क्षेत्र आदि की परियोजनाओं के वित्त पोषण के लिए बुनियादी ढांचा बॉन्ड से 5,000 करोड़ रुपये जुटाए थे।
आईसीआईसीआई बैंक के बॉन्ड की ब्याज दर 7.63 फीसदी तय की गई थी। निजी क्षेत्र के बॉन्ड की परिपक्वता अवधि सात साल तय हुई थी। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी हाल में बुनियादी ढांचा क्षेत्र के बॉन्डों की बिक्री की थी।