देश में प्रीमियमाइजेशन का माहौल जोर पकड़ रहा है, इसी के मद्देनजर आईटीसी होटल्स ने प्रीमियम श्रेणी में वृद्धि को रफ्तार देने के लिए नया होटल ब्रांड ‘एपिक कलेक्शन’ पेश करने का आज ऐलान किया। इस ब्रांड की शुरुआत ओडिशा के पुरी में 118 कमरों वाले होटल के साथ होगी, जिसका स्वामित्व समूह के पास होगा और अगले दो वर्षों के दौरान आंध्र प्रदेश के तिरुपति में 201 कमरों वाला प्रबंधित होटल होगा।
शुक्रवार को कंपनी के बयान में कहा गया, ‘इस नए ब्रांड की शुरुआत के साथ आईटीसी होटल्स का इरादा मध्य अवधि में एपिक कलेक्शन के तहत लगभग 1,000 कमरों को जोड़ने का है, जो पूरे भारत में बेहतर आतिथ्य-सत्कार का अनुभव प्रदान करने की उसकी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है। पोर्टफोलियो में इस रणनीतिक जोड़ को नए स्वामित्व और प्रबंधित संपत्तियों के साथ अधिक गुणवत्ता वाले होटलों के रूपांतरण पर ध्यान केंद्रित करके कंपनी की प्रीमियमाइजेशन यात्रा को गति देने के लिए डिजाइन किया गया है।’
इंडियन होटल्स कंपनी (आईएचसीएल) प्रीमियम श्रेणी में विवांता ब्रांड का संचालन करती है, जबकि लेमन ट्री होटल्स ऑरिका ब्रांड का संचालन करती है। यह नया ब्रांड ऐसे समय में पेश हुआ है जब वित्त 26 की दूसरी छमाही के लिए समूह का परिदृश्य सकारात्मक संकेत और इजाके का रुख दिखा रहा है। इसकी मुख्य वजह दमदार बुनियादी चीजें और लोगों के गैर-जरूरी खर्चों में होने वाली वृद्धि है।
चालू वित्त की दूसरी तिमाही के दौरान आईटीसी समूह की आतिथ्य-सत्कार क्षेत्र की सहायक कंपनी ने समेकित शुद्ध लाभ में 74.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में दर्ज 76.2 करोड़ रुपये से बढ़कर 132.8 करोड़ रुपये हो गया।
परिचालन से इसका राजस्व 7.9 प्रतिशत बढ़कर 839.5 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष की अवधि में 778 करोड़ रुपये था। ब्याज, मूल्यह्रास और कर से पहले का इसका लाभ सालाना आधार पर 34.5 प्रतिशत बढ़कर 294.7 करोड़ रुपये हो गया।
बयान में कहा गया, ‘तिमाही में आतिथ्य-सत्कार क्षेत्र सीजनल नरमी का सामना करना पड़ा, जिस पर जुलाई और अगस्त में भारी मॉनसूनी बारिश से और ज्यादा असर पड़ा। इससे यात्रा करने का मनोबल और छुट्टियों के दौरान आवागमन कम हो गया। तिमाही में शुभ दिनों की कम संख्या ने भी शादी वाली श्रेणी को प्रभावित किया। अलबत्ता सितंबर में लंबे सप्ताहांत और उत्सव की शुरुआती गतिविधि के साथ मांग में तेजी आई, जिसने इस क्षेत्र के मध्य से दीर्घकालिक मजूबती की पुष्टि की।’