डेल्टा कॉर्प और नजारा टेक्नोलॉजिज के शेयर बीएसई पर बुधवार के कारोबारी सत्र में 14 फीसदी तक टूट गए क्योंकि जीएसटी परिषद ने मंगलवार को ऑनलाइन गेमिंग, कसीनो और हॉर्स रेसिंग पर एक समान 28 फीसदी कराधान की मंजूरी दे दी।
जीएसटी संभवत: पूरी कारोबार वैल्यू पर लगाया जाएगा, जो प्लेटफॉर्म पर दांव की पूरी वैल्यू है।
वैयक्तिक शेयरों की बात करें तो डेल्टा पर कारोबारी सत्र के शुरुआती दौर में 10 फीसदी का लोअर सर्किट लगा और यह 222.15 रुपये का रह गया और इसमें सिर्फ विक्रेता ही नजर आए। कुल मिलाकर 6.80 लाख शेयरों का कारोबार हुआ। एनएसई व बीएसई पर कुल 2.32 करोड़ शेयरों के पेंडिंग सेल ऑर्डर थे।
भारी वॉल्यूम के कारण नजारा टेक का शेयर कारोबारी सत्र में 14 फीसदी टूटकर 605 रुपये पर आ गया। अभी यह शेयर बीएसई पर 6 फीसदी नीचे है। इसमें औसत ट्रेडिंग वॉल्यूम पांच गुना उछल गया। कुल मिलाकर एनएसई व बीएसई पर 25 लाख शेयरों का कारोबार हुआ।
केपीएमजी इंडिया के पार्टनर व उप-प्रमुख (अप्रत्यक्ष कर) संतोष दलवी ने कहा, इस फैसले से गेमिंग इंडस्ट्री पर असर पड़ सकता है, जिसमें विदेशी एंटरप्राइजेज शामिल हैं। जीएसटी के चलते ऐसी कंपनियों को पिछली अवधि समेत अपनी रणनीति पर दोबारा विचार करना पड़ सकता है क्योंकि यह संशोधन आसानी से समझने योग्य है।
स्टॉक एक्सचेंज को भेजी सूचना में नजारा ने स्पष्ट किया कि जब यह कर लागू होगा तब सिर्फ उसके कारोबार के स्किल आधारित रियल मनी गेमिंग पर ही लागू होगा। 2022-23 में कंपनी के कुल एकीकृत राजस्व में इस सेगमेंट का योगदान 5.2 फीसदी था। नजारा ने कहा, कारोबार के इस सेगमेंट पर संभावित असर को कम करने के लिए हम कदम उठाएंगे और हमारा अनुमान है कि कुल राजस्व पर इसका न्यूनतम असर होगा।
आईडीबीआई कैपिटल के शोध प्रमुख ए के प्रभाकर ने कहा, निवेशक के नजरिये से देखें तो यह कदम शेयरधारकों व कंपनियों को झटका दे सकता है। उन्होंने कहा, कराधान की ऐसी ऊंची दर बाजारों को पसंद नहीं आया और संबंधित शेयरों में तेज गिरावट आई।
निवेशकों व कंपनियों को 28 फीसदी कराधान से नुकसान होगा। मोटे तौर पर बाजार वैसी कंपनियों व शेयरों को पसंद नहीं करता, जहां बहुत ज्यादा विनियमन व उच्च कराधान हो। निवेशकों को कम से कम अभी इन शेयरों को लेकर स्पष्ट रुख रखना चाहिए।
इस बीच, भारत का ऑनलाइन गेमिंग बाजार रियल मनी गेम व नॉन रियल मनी गेम में बंटा हुआ है। रियल मनी वाला गेम स्किल आधारित होता है, जिसे रियल मनी के लिए खेला जा सकता है। नॉन रियल मनी वाले गेम वे होते हैं जहां वास्तविक रकम शामिल नहीं होती। अभी रमी, पोकर और फैंटेसी आदि रियल मनी गेम की श्रेणी में अग्रणी गेम हैं। नॉन-रियल मनी वाले गेम हाइपर कैजुअल व कैजुअल और मिडकोर व हार्डकोर गेम में बंटे हुए हैं, जो लर्निंग कर्व व मुश्किलों के विभिन्न स्तरों पर आधारित है।