बाजार पूंजीकरण के लिहाज से देश के सबसे बड़े सूचीबद्ध फुटवियर ब्रांड – मेट्रो ब्रांड्स ने वित्त वर्ष 23 में दिसंबर तिमाही के उम्मीद से बेहतर परिणाम दर्ज किए हैं। स्टोर विस्तार और समान स्टोर बिक्री (एसएसएस) की जोरदार वृद्धि की वजह से ऐसा हुआ है। यहां तक कि लाभ भी काफी दमदार रहा है, जबकि शुद्ध लाभ वृद्धि मामली रूप से कम रही है।
मेट्रो, मोची, वॉकवे, क्रॉक्स और फिटफ्लॉप फॉर्मेट में खुदरा बिक्री करने वाली कंपनी ने वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही के दौराना राजस्व में 24 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। अतिरिक्त स्टोर में 14 प्रतिशत इजाफे की वजह से ऐसा हुआ। कंपनी ने 48 नए स्टोर जोड़े, जो किसी तिमाही के मामले में सबसे अधिक रहे। इससे कुल स्टोरों की संख्या बढ़कर 720 हो गई। वित्त वर्ष 23 के नौ महीनों में फर्म ने 96 नए स्टोर जोड़े। कंपनी वित्त वर्ष 25 के अंत तक 260 नए स्टोर जोड़ने की योजना बना रही है।
ज्यादा दामों की वजह से एसएसएस वृद्धि मध्य से लेकर उच्च दायरे के बीच एक अंक में रही। कंपनी के अनुसार शादी-विवाह और त्यौहारों के सीजन, संगठित क्षेत्र की बाजार हिस्सेदारी में वृद्धि और कम मुद्रास्फीति के कारण मांग अच्छी थी।
हालांकि सकल स्तर पर मार्जिन में विस्तार देखा गया, लेकिन परिचालन स्तर पर मार्जिन में कमी नजर आई। सकल मार्जिन 10 आधार अंक (बीपीएस) बढ़कर 59.2 प्रतिशत हो गया।
अपने खुद के ब्रांडों (जिनसे बेहतर मार्जिन मिलता है) का योगदान दो प्रतिशत तक बढ़कर 76 प्रतिशत रहा। कंपनी पूरे साल के लिए अपना सकल मार्जिन 55 से 57 प्रतिशत के बीच बनाए रखने पर विचार कर रही है।
हालांकि अधिक परिचालनगत जोर की वजह से परिचालन लाभ 22 प्रतिशत बढ़ा, लेकिन क्रैवेटेक्स ब्रांड्स (सीबीएल) में परिचालन घाटे के मद्देनजर मार्जिन 40 बीपीएस घटकर 34.3 प्रतिशत रह गया। कंपनी ने हाल ही में सीबीएल में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की है, जिसके पास इटली के स्पोर्ट्सवियर ब्रांड फिला का विशेष दीर्घकालिक लाइसेंस है और स्पोर्ट्सवियर ब्रांड प्रोलाइनस की भी मालिक है।
इस शेयर के संबंध में ‘खरीद’ रेटिंग रखने वाली आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने वित्त वर्ष 23 और वित्त वर्ष 24 के लिए उनकी कमाई के अनुमान में दो से पांच प्रतिशत तक का इजाफ किया है।
मोतीलाल ओसवाल रिसर्च ने भी इस शेयर के संबंध में ‘खरीद’ रेटिंग दी है। ब्रोकर का मानना है कि अधिक दमदार स्टोर अर्थव्यवस्था और वृद्धि के मजबूत मार्ग के संयोजन से मेट्रो को आगे चलकर समृद्ध मूल्यांकन प्राप्त होना चाहिए।