केंद्र सरकार 20 गीगावॉट प्रति घंटा के स्लॉट को भरने के प्रयास में नई बोलियों के लिए 24 जुलाई को हितधारकों के साथ बातचीत करने की योजना बना रही है। यह स्लॉट शुरुआती उम्मीदारों में से एक ह्युंडै ग्लोबल मोटर्स के एडवांस्ड केमिस्ट्री सेल (ACC) बैटरी स्टोरेज के लिए पीएलआई योजना (PLI Scheme) से बाहर निकलने की वजह से खाली हुआ है।
सरकारी अधिकारियों का कहना है, ‘नए बोली प्रस्ताव अंतिम चरण में हैं। उद्योग परामर्श 24 जुलाई को होगा। नई निविदा अगले महीने के पहले पखवाड़े में जारी किए जाने की संभावना है।’
भारी उद्योग मंत्रालय ने पीएलआई में नई बोलियां आमंत्रित करने का निर्णय लिया है। एक अधिकारी ने कहा, ‘इस बैठक का मकसद प्रक्रियाओं को ज्यादा मजबूत बनाना है, जिससे कि भी कंपनी ह्युंडै ग्लोबल मोटर्स की तरह चतुराई नहीं कर सके। इसके अलावा, हम ज्यादा से ज्यादा कंपनियों को शामिल करना चाहेंगे।’
दक्षिण कोरियाई ऑटोमोबाइल कंपनी ह्युंडै मोटर इंडिया ने जोर देकर कहा कि उसका उस कंपनी से कोई लेना देना नहीं है, जिसने इस योजना के लिए बोली लगाई थी। इसके बाद ह्युंडै ग्लोबल मोटर्स (Hyundai Global Motors) पीएलआई योजना से बाहर हो गई थी। सूत्रों का कहना है कि 5 गीगावॉट प्रति घंटे की क्षमता तक प्रोत्साहन मुहैया कराने की योजना है।