प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि इस दशक के अंत तक भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की बिक्री 8 गुना तक बढ़ने की उम्मीद है। इससे वैश्विक और घरेलू विनिर्माताओं के लिए देश के वाहन बाजार में अपार अवसर पैदा होंगे। भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो के दूसरे संस्करण का उद्घाटन करते प्रधानमंत्री ने निवेशकों से ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ रणनीति के साथ देश के वाहन क्षेत्र में निवेश करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, ‘भारत उन सभी निवेशकों के लिए एक बेहतरीन स्थान है जो वाहन क्षेत्र में अपना भविष्य तलाश रहे हैं। सरकार भी हरसंभव सहयोग दे रही है।’
भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो में वाहन, कल-पुर्जों और प्रौद्योगिकी से जुड़े 100 से अधिक नए उत्पाद पेश किए जाने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते 4 साल में वाहन क्षेत्र में 36 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हुआ है, जिसके आने वाले वर्षों में और बढ़ने की उम्मीद है।
वाहन विनिर्माताओं के संगठन सायम के आंकड़ों के अनुसार ग्राहकों की मांग बढ़ता देख 2024 में कंपनियों ने डीलरों को 2023 की तुलना में 12 फीसदी ज्यादा वाहनों की आपूर्ति की है। इससे 2024 में कुल वाहनों की बिक्री 2.55 करोड़ पहुंच गई। मोदी ने इसका उल्लेख करते हुए कहा कि 12 फीसदी बिक्री बढ़ने के अलावा ‘मेक इन इंडिया, मेड फॉर द वर्ल्ड’ रणनीति के तहत वाहनों का निर्यात भी बढ़ा है। उन्होंने कहा कि ईवी की बिक्री 640 गुना बढ़ी है।
मोदी ने कहा, ‘दुनिया में कई ऐसे देश हैं जिनकी आबादी भारत में हर साल बिकने वाली कारों की संख्या से भी कम है। यही वजह है कि जब भविष्य के वाहन की बात आती है तो भारत को बड़ी उम्मीद के साथ देखा जाता है।’ भारत में 2014 में पूरे साल में जितने ईवी बेचे गए थे, उससे दोगुने वाहनों की बिक्री अब एक दिन में हो रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘बढ़ता मध्य वर्ग, शहरीकरण की तेज रफ्तार और किफायती वाहन भारत के वाहन क्षेत्र को बढ़ावा देंगे।’ उन्होंने देश में यात्री कारों के क्षेत्र में संभावनों का भी उल्लेख किया।