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Q2 Results: इंडिगो का नेट घाटा 161% बढ़ा, अदाणी एंटरप्राइजेज का 84% उछला; इंडियन होटल्स के मुनाफे में कमी

Q2 Results: रुपये की कमजोरी और अमेरिकी टैरिफ के असर से इंडिगो का शुद्ध घाटा 161% बढ़कर ₹2,582 करोड़ रहा।

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बीएस संवाददाता   
भाषा   
Last Updated- November 04, 2025 | 9:58 PM IST

Q2 Results: देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो का एकीकृत शुद्ध घाटा वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर 161.6 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 2,582 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जिसकी मुख्य वजह भारत पर अमेरिका की तरफ से टैरिफ थोपने और एफडीआई की लगातार निकासी के बीच रुपये में आई कमजोरी है।

इंडिगो के मुख्य वित्तीय अधिकारी गौरव नेगी ने विश्लेषकों के साथ आयोजित सम्मेलन में कहा, विदेशी मुद्रा के लिहाज से हमारा जोखिम मुख्य रूप से (विमान) पट्टा देनदारियों और रखरखाव दायित्वों के कारण है, जो अमेरिकी डॉलर में दी जाती है। हालांकि हमारे पास जमा के रूप में कुछ डॉलर वाली परिसंपत्तियां हैं पर सितंबर के अंत तक शुद्ध जोखिम करीब 9 अरब डॉलर रहा है। इस प्रकार तिमाही के अंत में हर रुपये के अवमूल्यन के लिए करीब 900 करोड़ रुपये का विदेशी मुद्रा घाटा होगा।

उन्होंने बताया, जून तिमाही के अंत के मुकाबले सितंबर तिमाही के अंत में हमें 3.18 रुपये का अवमूल्यन देखने को मिला। इस प्रकार हमें करीब 2,900 करोड़ रुपये का विदेशी मुद्रा घाटा हुआ। उन्होंने कहा कि भारत पर टैरिफ लगाने और दूसरी तिमाही में लगातार विदेशी निवेश (FDI) की निकासी के कारण रुपये में भारी अवमूल्यन हुआ।

इंडिगो ने करीब 20 फीसदी के मार्जिन पर 3,800 करोड़ रुपये का समायोजित एबिटा हासिल किया, जिसमें विदेशी मुद्रा विनिमय की चाल और हेजिंग लाभ का असर शामिल नहीं है। नेगी ने बताया, इसकी तुलना पिछले वर्ष इसी अवधि में दर्ज किए गए करीब 2,700 करोड़ रुपये के समायोजित एबिटा से की जा सकती है, जिसमें लगभग 16 फीसदी का मार्जिन शामिल है। कंपनी की कुल आय सालाना आधार पर 10.4 फीसदी बढ़कर 19,600 करोड़ रुपये हो गई।

महिंद्रा ऐंड महिंद्रा का लाभ 28 प्रतिशत बढ़ा

महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (एमऐंडएम) ने वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में समेकित करोपरांत लाभ (पीएटी) में 28 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की और यह बढ़कर 3,673 करोड़ रुपये हो गया। समेकित राजस्व 22 प्रतिशत बढ़कर 46,106 करोड़ रुपये हो गया।

कंपनी ने स्पष्ट किया कि इस करोपरांत लाभ वृद्धि में इस तिमाही के दौरान जमीन की बिक्री से हुए एकमुश्त लाभ, एसएमएल इसुजु के कर प्रभाव के साथ-साथ पिछली अवधि के पीएलआई लाभ को शामिल नहीं किया गया है। एमऐंडएम ने इस तिमाही में सुमितोमो कॉर्पोरेशन और इसुजु मोटर्स लिमिटेड से एसएमएल इसुज़ु में 58.96 प्रतिशत हिस्सेदारी 555 करोड़ रुपये में हासिल की थी।

एसयूवी राजस्व में बाजार हिस्सेदारी के लिहाज से एमऐंडएम 25.7 प्रतिशत के साथ पहले स्थान पर रही जो 390 आधार अंक अधिक रहा। ट्रैक्टर श्रेणी, जहां कंपनी बाजार में अग्रणी है, बाजार हिस्सेदारी 50 आधार अंक बढ़कर 43 प्रतिशत हो गई। 3.5 टन से कम वाले हल्के वाणिज्यिक वाहनों में बाजार हिस्सेदारी 100 आधार अंक बढ़कर 53.2 प्रतिशत हो गई और ई-तिपहिया वाहनों की बाजार हिस्सेदारी 42.3 प्रतिशत हो गई।

कंपनी ने कहा कि वाहन और कृषि क्षेत्र लगातार वृद्धि और बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं, जबकि वित्तीय सहायता क्षेत्र ने करोपरांत लाभ में 45 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की। टेक महिंद्रा ने भी सुधार के साथ मार्जिन विस्तार जारी रखा।

एमऐंडएम के वरिष्ठ अधिकारियों ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि वे नई इकाई के स्थान और विकल्पों का मूल्यांकन कर रहे हैं। अलबत्ता इसकी जरूरत साल 2029 तक होगी और कंपनी को अगले 6 से 9 महीने में इस पर फैसला लिए जाने की उम्मीद है। 15 अगस्त को कंपनी ने अपने नए एनयू_आईक्यू एसयूवी प्लेटफॉर्म पर आधारित चार कॉन्सेप्ट कारें पेश कीं थीं, जिन्हें भारत और विदेशी बाजारों के लिए गैस-तेल से चलने वाले इंजन और ईवी, दोनों ही तरह के मॉडलों के लिहाज से डिजाइन किया गया है। बढ़ती मांग पूरी करने और आने वाले मॉडलों में मदद के लिए कंपनी वित्त वर्ष 27 तक अपने चाकन संयंत्र में सालाना 2,40,000 वाहन क्षमता जोड़ने की योजना बना रही है।

अदाणी एंटरप्राइजेज का शुद्ध लाभ 84% मजबूत

अदाणी समूह की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 84 प्रतिशत बढ़कर 3,199 करोड़ रुपये हो गया। कोयला कारोबार कमजोर रहने के बावजूद एकमुश्त असाधारण आय होने से इसका लाभ चढ़ा है। कंपनी ने मंगलवार को बयान में कहा कि जुलाई-सितंबर, 2025 में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 3,199 करोड़ रुपये रहा जबकि एक साल पहले की समान अवधि में 1,742 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था।

कंपनी को एडब्ल्यूएल एग्री बिजनेस लिमिटेड (पूर्व में अदाणी विल्मर लिमिटेड) में 13.51 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री से मिली 3,583 करोड़ रुपये की एकमुश्त आय से उसके लाभ में वृद्धि हुई है। इस एकमुश्त लाभ के बगैर, कंपनी का समायोजित लाभ एक साल पहले के 2,408.89 करोड़ रुपये से 66.2 प्रतिशत घटकर दूसरी तिमाही में 814.35 करोड़ रुपये रह जाता। इस बीच, कंपनी के निदेशक मंडल ने अपने बुनियादी ढांचे के पोर्टफोलियो में हवाई अड्डों और स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं सहित बड़े पैमाने पर विस्तार अभियान के लिए मौजूदा शेयरधारकों से राइट्स इश्यू के जरिये 25,000 करोड़ रुपये जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।

अदाणी पोर्ट्स के लाभ में 27 प्रतिशत की वृद्धि

अदाणी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकॉनमिक जोन (एपीएसईजेड) ने वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही के दौरान अपने लाभ में पिछले साल के मुकाबले 27.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की और यह बढ़कर 3,109 करोड़ रुपये हो गया। कार्गो संचालन में 12 प्रतिशत की बढ़ोतरी के बीच यह इजाफा हुआ। अलबत्ता यह लाभ ब्लूमबर्ग के विश्लेषकों के 3,256 करोड़ रुपये के अनुमान से कम रहा। इस तिमाही के दौरान एपीएसईजेड का राजस्व भी 29.7 प्रतिशत बढ़कर 9,167 करोड़ रुपये हो गया। ऐसा मुख्य रूप से इसके लॉजिस्टिक और समुद्री कारोबार के राजस्व में बढ़ोतरी से हुआ। राजस्व विश्लेषकों के 9,124 करोड़ रुपये के अनुमान से अधिक रहा।

तिमाही के दौरान एपीएसईजेड का एबिटा 5,550 करोड़ रुपये रहा। इसमें सालाना आधार पर 27 प्रतिशत की वृद्धि हुई। कंपनी की अन्य आय वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में 174 प्रतिशत बढ़कर 836 करोड़ रुपये हो गई। इस तिमाही में उसका खर्च 6,103 करोड़ रुपये रहा और इसमें पिछले साल की तुलना में 37.65 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।

एपीएसईजेड ने वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही 12.4 करोड़ टन कार्गो का संचालन किया जो रेल और कंटेनर वॉल्यूम में बढ़ोतरी की बदौलत हुआ। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली छमाही में एपीएसईजेड ने 24.4 करोड़ टन कार्गो का संचालन किया जो पिछले साल के मुकाबले 11 प्रतिशत अधिक रहा।

बर्जर पेंट्स का शुद्ध लाभ 23.53 प्रतिशत घटा

बर्जर पेंट्स इंडिया लिमिटेड का जुलाई-सितंबर तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 23.53 प्रतिशत घटकर 206.38 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी का पिछले वर्ष इसी तिमाही में मुनाफा 267 करोड़ रुपये रहा था। बर्जर पेंट्स इंडिया ने मंगलवार को शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि उसकी परिचालन आय वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी (जुलाई-सितंबर) तिमाही में 1.9 प्रतिशत बढ़कर 2,827.49 करोड़ रुपये हो गई जो 2024-25 की इसी तिमाही में 2,774.61 करोड़ रुपये थी।

मोबिक्विक का घाटा बढ़ा, राजस्व घटा

फिनटेक फर्म मोबिक्विक का घाटा वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में बढ़कर 28.61 करोड़ रुपये हो गया जबकि वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में उसका घाटा 3.59 करोड़ रुपये था। पिछली तिमाही की तुलना में घाटा कम हो गया जो 41.92 करोड़ रुपये था।

कंपनी की कुल आय, जिसमें परिचालनगत राजस्व और आय के दूसरे स्रोत शामिल हैं, वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में 4.88 प्रतिशत घटकर 279.32 करोड़ रुपये रह गई। वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में यह 293.66 करोड़ रुपये थी। तिमाही आधार पर कुल आय मामूली रूप से 0.9 प्रतिशत तक घटी जो वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में 281.61 करोड़ रुपये थी।

फिनटेक कंपनी ने खर्चों पर अपना नियंत्रण और बढ़ा दिया है। लिहाजा, वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में खर्च 0.4 प्रतिशत घटकर 285.7 करोड़ रुपये रह गया जो वित्त वर्ष 25 दूसरी तिमाही में 286.86 करोड़ रुपये था। पिछली तिमाही की तुलना में खर्च में 8.6 प्रतिशत की कमी आई। वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में यह 312.8 करोड़ रुपये था।

मोबिक्विक की मुख्य वित्तीय अधिकारी और सह-संस्थापक उपासना टाकू ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘हमारा पहला मकसद धनात्मक एबिटा हासिल करना है। हम इसे चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में हासिल करना चाहते हैं।

इंडियन होटल्स का शुद्ध लाभ 45 प्रतिशत लुढ़का

इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (आईएचसीएल) का सितंबर, 2025 को समाप्त चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही का एकीकृत शुद्ध मुनाफा 45 प्रतिशत घटकर 318.26 करोड़ रुपये रह गया। एक साल पहले इसी अवधि में, देश की सबसे बड़ी आतिथ्य सेवा कंपनी ने 582.71 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध मुनाफा अर्जित किया था। एक नियामकीय सूचना के अनुसार, समीक्षाधीन जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान राजस्व वृद्धि के बावजूद यह गिरावट आई है, क्योंकि परिचालन से राजस्व 2,040.89 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले यह 1,826.12 करोड़ रुपये था। टाटा समूह के स्वामित्व वाली आईएचसीएल का कुल खर्च भी पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही के 1,502.01 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,671.54 करोड़ रुपये हो गया।

‘ताज’ ब्रांड के स्वामित्व वाली आईएचसीएल के दो मुख्य राजस्व खंड हैं, जिनमें होटल सेवाएं और एयर एवं इंस्टिट्यूशनल कैटरिंग (ताजसैट्स) शामिल हैं। आईएचसीएल के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी पुनीत चटवाल ने कहा, ‘आईएचसीएल ने 2025-26 की पहली छमाही में 46 अनुबंधों के साथ अपनी तीव्र वृद्धि जारी रखी और 570 होटल के पोर्टफोलियो तक पहुंचते हुए 26 होटल खोले, जिससे भारत में 25,000 से अधिक कमरों वाले 250 से अधिक संचालित होटलों का आंकड़ा पार हो गया।’

First Published : November 4, 2025 | 9:53 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)