वित्त वर्ष 2025-26 के दौरान यात्री वाहनों की थोक बिक्री की अच्छी शुरुआत हुई है और अप्रैल में करीब 4 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 3,48,847 वाहनों की बिक्री दर्ज की गई। सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सायम) के आंकड़ों से पता चला है कि अप्रैल में दोपहिया वाहनों ने निराश किया और उनकी थोक बिक्री 16.7 प्रतिशत लुढ़ककर 14.5 लाख रह गई। तिपहिया साल 2024-25 के दौरान वृद्धि के अच्छे आंकड़े दे रहे थे। लेकिन अप्रैल में इनकी बिक्री में भी मामूली गिरावट आई और यह 0.7 प्रतिशत की गिरावट के साथ 49,441 रह गई।
सायम के महानिदेशक राजेश मेनन ने कहा कि अप्रैल में यात्री वाहन श्रेणी ने 3,48,847 वाहनों की बिक्री दर्ज की। यह अब तक की सर्वाधिक है। इसमें अप्रैल 2024 के मुकाबले 3.9 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है। मेनन ने कहा कि दोपहिया वाहन श्रेणी की बिक्री में गिरावट पिछले अप्रैल के ऊंचेआधार के असर की वजह से आई। आने वाले महीनों में इसमें तेजी की उम्मीद है।
यात्री वाहनों की श्रेणी के तहत कारों की बिक्री में गिरावट जारी रही। इसमें अप्रैल के दौरान 5.4 प्रतिशत तक की गिरावट आई जबकि यूटिलिटी वाहनों की बिक्री 12.1 प्रतिशत बढ़कर 2,01,062 इकाई हो गई। इस विवरण में टाटा मोटर्स की बिक्री शामिल नहीं है। जेएसडब्ल्यू, किया और टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स ने यात्री वाहनों की घरेलू बिक्री में दमदार वृद्धि दर्ज की है जबकि ह्युंडै मोटर इंडिया, मारुति सुजूकी इंडिया और निसान ने निर्यात में इजाफा दर्ज किया है। भू-राजनीतिक तनाव के बीच अप्रैल में यात्री वाहनों के निर्यात में 20 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई।
ह्युंडै मोटर इंडिया लिमिटेड के मुख्य परिचालन अधिकारी तरुण गर्ग ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि घरेलू बाजार विभिन्न व्यापक आर्थिक कारकों की वजह से चुनौतियों का सामना कर रहा है और कंपनी निर्यात पर लगातार ध्यान दे रही है।
दोपहिया वाहन श्रेणी की बात करें, तो डीलरों को भेजी गई मोटरसाइकलों की खेप को 22.7 प्रतिशत तक की सबसे ज्यादा गिरावट का सामना करना पड़ा जबकि स्कूटर की बिक्री में 5.7 प्रतिशत की गिरावट आई है। बजाज ऑटो और हीरो मोटोकॉर्प की बिक्री में अप्रैल में भारी गिरावट देखी गई है और इनमें क्रमशः 13 प्रतिशत और 44 प्रतिशत तक की गिरावट आई।