उपभोक्ताओं के बीच महंगे स्मार्टफोन का चलन तेजी से बढ़ रहा है। भारी कीमत के बावजूद 1 लाख रुपये अथवा इससे अधिक कीमत वाले स्मार्टफोन की मांग बढ़ रही है। इस रुझान को मुख्य तौर पर बढ़ते औसत बिक्री मूल्य (ASP), फाइनैंस के बेहतर विकल्प और व्यापक उत्पाद पोर्टफोलियो से बल मिल रहा है। हालांकि स्मार्टफोन के कुल बाजार में इस श्रेणी की हिस्सेदारी फिलहाल महज 1 फीसदी है, लेकिन यह अन्य श्रेणियों के मुकाबले तेजी से बढ़ रही है। इस श्रेणी की तेज रफ्तार ऐसे समय में दिख रही है जब समग्र बाजार में की रफ्तार सुस्त है।
अनुसंधान फर्म काउंटरपॉइंट के आंकड़ों के अनुसार, 2024 की पहली और दूसरी तिमाही में 1 लाख रुपये से अधिक कीमत वाले हैंडसेट की शिपमेंट में क्रमशः 20 फीसदी और 10 फीसदी की वृद्धि हुई।
काउंटरपॉइंट रिसर्च के शोध निदेशक तरुण पाठक ने कहा, ‘हम त्योहारी सीजन के दौरान इस श्रेणी में 30 से 40 फीसदी की बढ़त की उम्मीद कर रहे हैं। हैंडसेट बदलने का चक्र शुरू होने पर तमाम उपभोक्ताओं को नए हैंडसेट खरीदते हुए देखा जा सकता है।’
ऐपल और सैमसंग अपने आईफोन और गैलेक्सी एस श्रृंखला के मॉडलों के साथ महंगे हैंडसेट बाजार में अग्रणी रही हैं। मगर पिछले साल से इस बाजार में श्याओमी, वीवो, वनप्लस और गूगल जैसे ब्रांडों ने भी दस्तक दी है । उन्होंने अपने ‘सुपर-प्रीमियम’ स्मार्टफोन उतारे हैं, जो बाजार में आने वाले बदलाव का संकेत देते हैं। बड़े ऑफलाइन विक्रेताओं के यहां भी यही रुझान दिखता है। विजय सेल्स के प्रबंध निदेशक नीलेश गुप्ता ने भी ग्राहकों के इस रुझान की पुष्टि की।
उन्होंने कहा, ‘हमने इस श्रेणी की मात्रात्मक बिक्री में 10 फीसदी से अधिक की वृद्धि दर्ज की है। सैमसंग और ऐपल 1 लाख रुपये से अधिक कीमत वाले स्मार्टफोन बाजार में अग्रणी हैं। मगर वनप्लस और ओप्पो ने भी इस श्रेणी में दस्तक दी है जिससे हमें लगता है कि बिक्री में वृद्धि 10 फीसदी के पार जा सकती है।’
भारतीय स्मार्टफोन बाजार में शिपमेंट इस कैलेंडर वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले महज 3.2 फीसदी बढ़कर 3.5 करोड़ स्मार्टफोन हो गया। उपभोक्ताओं की ओर से मांग में नरमी और औसत मूल्य बढ़ने के कारण स्मार्टफोन बाजार में वार्षिक सुधार को झटका लगा है।
इंटरनैशनल डेटा कॉरपोरेशन (आईडीसी) के आंकड़ों से यह खुलासा हुआ है। मगर दूसरी तिमाही के दौरान औसत मूल्य में हुई 2.8 फीसदी की वृद्धि को मुख्य तौर पर महंगे स्मार्टफोन की बिक्री बढ़ने से सहारा मिला है। इंटरनैशनल डेटा कॉरपोरेशन (आईडीसी) के आंकड़ों के अनुसार, यह बात ऐसे समय में सामने आई है जब उपभोक्ता मांग में नरमी और बढ़ते एएसपी ने स्मार्टफोन बाजार की वार्षिक तीव्र सुधार में बाधा उत्पन्न की है।
करीब 800 डॉलर यानी लगभग 67,000 रुपये से अधिक कीमत वाले उत्पादों की सुपर-प्रीमियम श्रेणी तेजी से बढ़ रही है। इस श्रेणी की रफ्तार लगातार बरकरार है। आईडीसी के आंकड़ों के अनुसार, दूसरी तिमाही के दौरान इसमें 22 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई जिससे कुल प्रीमियम बाजार में इसी हिस्सेदारी 6 फीसदी से बढ़कर 7 फीसदी हो गई। कुल शिपमेंट में आईफोन 15/15 प्लस और 14/14 प्लस की हिस्सेदारी 77 फीसदी रही, जबकि गैलेक्सी एस24/एस24 अल्ट्रा की हिस्सेदारी 11 फीसदी रही। कुल मिलाकर, ऐपल की हिस्सेदारी 83 फीसदी और सैमसंग की हिस्सेदारी 16 फीसदी दर्ज की गई।
पाठक के अनुसार, EMI जैसे फाइनैंस के आसान विकल्प ने इस श्रेणी की बिक्री को रफ्तार देने में अहम भूमिका निभाई है। इस श्रेणी में करीब 70 फीसदी स्मार्टफोन की बिक्री फाइनैंस के जरिये होती है। इसके अलावा, 30 से 35 फीसदी उपभोक्ता पुराने स्मार्टफोन के बदले महंगे स्मार्टफोन खरीद रहे हैं, जिससे उनकी एकमुश्त लागत कम हो जाती है।
महज दो कंपनियों के वर्चस्व वाल सुपर-प्रीमियम स्मार्टफोन बाजार में अब तगड़ी प्रतिस्पर्धा दिख सकती है। आईडीसी के सहायक उपाध्यक्ष (डिवाइस रिसर्च) नवकेंदर सिंह ने कहा, ‘ऐपल और सैमसंग के नेतृत्व में स्मार्टफोन बाजार के प्रीमियम होने के रुझान के साथ ही डिवाइस की बढ़ती लागत के कारण चीन के स्मार्टफोन ब्रांड द्वारा प्रीमियम श्रेणी की ओर रुख किए जाने को बल मिल रहा है।’
सितंबर 2017 में आईफोन एक्स को लॉन्च किया गया था। वह भारत में 1 लाख रुपये से अधिक कीमत के साथ उतारा गया पहला स्मार्टफोन था। उसके बाद कई हैंडसेट विनिर्माता इस श्रेणी में दस्तक दे चुके हैं। इस साल सैमसंग के जेड फोल्ड 6 स्मार्टफोन के महंगे वेरिएंट ने 2 लाख रुपये की कीमत को भी पार कर लिया है। अधिक कीमत के बावजूद इस स्मार्टफोन ने महज 24 घंटों में अपने पिछले मॉडल के मुकाबले 40 फीसदी अधिक ऑर्डर हासिल कर लिए।
दक्षिण कोरिया की कंपनी अब मात्रात्मक बिक्री के बजाय अधिक कीमत वाले मॉडलों की बिक्री पर ध्यान केंद्रित कर रही है। काउंटरपॉइंट के आंकड़ों के अनुसार, उसकी अल्ट्रा-प्रीमियम श्रेणी (45,000 रुपये से अधिक कीमत) में दूसरी तिमाही के दौरान 99 फीसदी की वृद्धि हुई। हालांकि कई प्रतिस्पर्धी ब्रांडों ने भी अपने सुपर-प्रीमियम उत्पाद उतारे हैं। पिछले एक साल के दौरान प्रतिस्पर्धियों ने वनप्लस ओपन, गूगल पिक्सेल 9 प्रो एक्सएल, वीवो एक्स फोल्ड 3 प्रो और श्याओमी 14 अल्ट्रा जैसे महंगे स्मार्टफोन उतारे हैं। इनमें से हरेक की कीमत 1 लाख रुपये से अधिक है।