वाहन कंपनियों ने सितंबर में डीलरों को एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 13 फीसदी अधिक वाहनों को डीलरों के पास भेजा। इससे वाहन क्षेत्र में सुधार के उल्लेखनीय संकेत दिख रहे हैं। ट्रैक्टरों की बिक्री में भी वृद्धि दर्ज की गई। ट्रैक्टर बेचने वाली सबसे बड़ी कंपनी महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के कृषि उपकरणों की बिक्री में भी 18 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। इससे पता चलता है कि अच्चे मॉनसून से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिली है।
महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के अध्यक्ष (कृषि उपकरण क्षेत्र) हेमंत सिक्का ने कहा, ‘अच्छे मॉनसून, खरीफ की अधिक बुवाई और प्रमुख फसलों के लिए एमएसपी में वृद्ध जैसे सरकारी समर्थन से खुदरा मांग लगातार अच्छी बनी हुई है। हालांकि आगामी त्योहारी सीजन के दौरान हम जबरदस्त मांग की उम्मीद कर रहे हैं।’
हालांकि डीलरों और विश्लेषकों ने कहा कि त्योहारी सीजन से पहले इन्वेंटरी बढ़ाने के लिए कंपनियों द्वारा किए जा रहे प्रयासों को देखते हुए ऐसा लगता है कि बिक्री आंकड़ों में काफी उछाल आएगा। उन्होंने कहा कि वाहन क्षेत्र में सुधार की वास्तविक तस्वीर त्योहारी सीजन के बाद ही दिख पाएगी।
कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजूकी की कुल बिक्री सितंबर में 30.8 फीसदी बढ़कर 1,60,442 वाहन हो गई। कंपनी ने एक बयान में कहा है कि पिछले साल की समान अवधि में उसने 1,22,640 वाहनों की बिक्री की थी। प्रवेश स्तर की कारों की मांग बढऩे से मारुति की बिक्री को रफ्तार मिली। सितंबर में कंपनी की छोटी कार अल्टो और एस-प्रेसो की बिक्री बढ़कर 27,246 वाहन हो गई जो एक साल पहले की समान अवधि में हुई 20,085 वाहनों की बिक्री के मुकाबले 35.7 फीसदी अधिक है।
दोपहिया वाहन बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी हीरो मोटोकॉर्प ने अधिक बिक्री से उत्साहित होकर अपने उत्पादों की कीमतों में 2 फीसदी का इजाफा करने का निर्णय लिया है। सितंबर में कंपनी ने कैलेंडर वर्ष 2020 में अपनी सबसे अधिक बिक्री दर्ज की है। कंपनी ने कहा, ‘अक्टूबर और नवंबर के दौरान आने वाले त्योहारी सीजन के साथ ही हीरो मोटोकॉर्प ग्राहकों की सकारात्मक धारणा और सरकारी की अनुकूल नीतियों के कारण कोविड बाद की खुदरा बिक्री में भी एक अन्य बेंचमार्क हासिल करने के लिए पूरी तरह आश्वस्त और सतर्क है।’
हालांकि वाणिज्यिक वाहन श्रेणी में पिछले साल के मुकाबले कुछ दबाव अब भी बरकरार है लेकिन हल्के एवं मझोले वाहनों की बिक्री बढऩे से क्रमिक आधार पर उसमें सुधार दिख रहा है।
विश्लेषकों ने कहा कि औसत से अधिक बारिश होने और खरीब की बुवाई बढऩे से ट्रैक्टरों और प्रवेश स्तर की मोटरसाइकिल की मांग बढ़ी है। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में पाबंदियों में ढील दिए जाने के अलावा अनुकूल आधार और इन्वेंटरी को भरने जैसे कारणों से महीने के दौरान यात्री वाहनों एवं दोपहिया वाहनों की बिक्री में तेजी आई है।
नोमुरा के अनुसंधान विश्लेषक कपिल सिंह ने कहा, ‘हम उम्मीद करते हैं कि यात्री वाहनों और दोपहिया वाहनों के लिए त्योहारी सीजन की बिक्री पिछले साल के अनुरूप रहेगी। सितंबर और अक्टूबर में थोक बिक्री जबरदस्त रहने की उम्मीद है और नवंबर 2020 के बाद बिक्री सामान्य हो जाएगी।’
टीवीएस मोटर की दोपहिया बिक्री सितंबर 2020 में 4 फीसदी बढ़कर 3,13,332 वाहन हो गई, जो सितंबर 2019 में 3,00,793 वाहन रही थी। देसी दोपहिया बिक्री सितंबर में मामूली घटकर 2,41,762 वाहन रही, जो पिछले साल की समान अवधि में 2,43,047 वाहन रही थी।
कंपनी ने हालांकि सितंबर 2020 में 1,39,698 मोटरसाइकल बेची जबकि पिछले साल की मसान अवधि में उसने 1,23,918 मोटरसाइकल बेची थी। स्कूटर की बिक्री सितंबर में घटकर 1.03.877 रह गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 1,18,612 रही थी।
कंपनी ने सितंबर में 3,27,692 वाहनों की बिक्री की, जो पिछले साल की समान अवधि में 3,17,796 वाहन रही थी। सितंबर के दौरान उथ्पादन काफी ज्यादा रहा जबकि कोविड-19 के कारण आपूर्ति शृंखला की चुनौतियां बनी रही।
