चैटजीपीटी की मूल कंपनी ओपन एआई ने इंडिया एआई मिशन के तहत ऐप डेवलपमेंट पहल में भागीदारी के जरिये इस कार्यक्रम को अपना समर्थन देने की प्रतिबद्धता जताई है। कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने आज यह जानकारी दी।
ओपन एआई के उपाध्यक्ष श्रीनिवास नारायणन ने कहा ‘इंडिया एआई मिशन की ऐप्लिकेशन डेवलपमेंट पहल का समर्थन करने के लिए ओपन एआई प्रतिबद्ध है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि भारतीय डेवलपर हमारे मॉडल पर निर्माण कर सकें और बड़े स्तर पर सामाजिक लाभ पहुंचा सकें तथा हम वाकई मंत्रालय के साथ बातचीत जारी रखने की उम्मीद कर रहे हैं और यह आकलन कर रहे हैं कि हम सबसे अधिक मूल्य कहां जोड़ सकते हैं।’
इंडिया एआई मिशन के सात स्तंभों में से एक के रूप में चिह्नित इस ऐप्लिकेशन डेवलपमेंट पहल का उद्देश्य केंद्रीय मंत्रालयों, राज्यों के विभागों और अन्य संस्थानों की समस्या की रिपोर्टों पर ध्यान देते हुए महत्वपूर्ण क्षेत्रों में एआई अनुप्रयोगों को बढ़ावा देना है।
दिल्ली में ग्लोबल इंडिया एआई समिट को संबोधित करते हुए नारायणन ने कहा कि कंपनी बड़े भाषा मॉडल (एलएलएम) क्षेत्र में महत्वपूर्ण फैसले लेते समय भारत को ध्यान में रख रही है। भारत में एआई के विकास के संबंध में बात करते हुए नारायणन ने कहा कि इस तकनीक ने भारत में पहले से ही गतिशील उद्यमी तंत्र की रफ्तार और गतिशीलता को बढ़ाया है।
उन्होंने कहा ‘उद्यमी बाजार के अंतर को समझते हैं। वे नवाचार वाले उत्पादों को विकसित कर रहे हैं और चैटजीपीटी जैसे टूल पूरी तरह नए ढंगों से इसे बढ़ावा देने में मदद कर रहे हैं। हम आर्टिफिशल इंटेलिजेंस की लागत कम कर रहे हैं। हम डेवलपरों को कोड लिखने में सक्षम कर रहे हैं और हम कंप्यूटिंग के लिए पूरी तरह से संवादात्मक और प्राकृतिक इंटरफेस सृजित करने में उनकी मदद कर रहे हैं।’