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सिलिकॉन वैली में इस हफ्ते आयोजित Cerebral Valley AI Conference में उम्मीद के विपरीत माहौल देखने को मिला। जहां यह सम्मेलन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को सेलिब्रेट करने के लिए आयोजित किया गया था, वहीं वहां मौजूद निवेशकों और फाउंडर्स ने AI कंपनियों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए।
सम्मेलन में 300 से ज्यादा फाउंडर्स और निवेशकों से पूछा गया कि उनके हिसाब से कौन सा हाई-प्रोफाइल AI स्टार्टअप सबसे कमजोर है। इसका नतीजा काफी चौंकाने वाला रहा। एआई सर्च कंपनी Perplexity को सबसे फेल होने वाला स्टार्टअप माना गया, जबकि ChatGPT बनाने वाली OpenAI को दूसरे नंबर पर रखा गया।
हालांकि यह सर्वे औपचारिक नहीं था और गुमनाम रूप से किया गया था, फिर भी इससे यह साफ हुआ कि निवेश के बावजूद कुछ हाई-वैल्यूएशन वाली AI कंपनियों के प्रति भरोसा कम होता जा रहा है।
Perplexity को इस लिस्ट में टॉप पर रहने का कारण यह माना जा रहा है कि यह कंपनी Google Search को टक्कर देने के लिए AI आधारित सर्च पेश कर रही है, लेकिन इसके वैल्यूएशन को लेकर मार्केट में संदेह है।
बिज़नेस इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक, AI कंपनी Perplexity ने लगातार फंडिंग राउंड्स रहीं और निवेशकों का ध्यान खींचा। कंपनी की वैल्यूएशन $14 बिलियन से लेकर $50 बिलियन तक बताई जा रही है।
कंपनी के प्रवक्ता जेसी ड्वायर ने बिजनेस इनसाइडर को ईमेल में कहा, “Geeze, ये (Cerebral Valley रिजल्ट) ज़्यादा ‘जजमेंटल वैली कॉन्फ्रेंस’ जैसा लगता है।”
OpenAI का Perplexity के तुरंत पीछे दूसरा स्थान हासिल करना लोगों का ध्यान खींच गया। ChatGPT के जबरदस्त लोकप्रिय होने और बड़े एंटरप्राइज डील्स के बावजूद, कुछ निवेशक कंपनी की soaring वैल्यूएशन और भारी इंफ्रास्ट्रक्चर खर्च को लेकर थोड़ा चिंतित हैं।
हाल ही में निवेशक ब्रैड गर्स्टनर के इंटरव्यू में OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने इस चिंता को खारिज करते हुए कहा कि कंपनी overpriced नहीं है।
गर्स्टनर ने पूछा, “अगर किसी कंपनी की सालाना आमदनी $13 बिलियन है, तो $1.4 ट्रिलियन के खर्च कैसे?” ऑल्टमैन ने जवाब दिया, “अगर आप अपनी शेयर बेचना चाहते हैं, तो मैं आपको खरीदार दिला दूँगा। बस इतना ही।”
इस सर्वे में, भले ही OpenAI और Perplexity “सबसे गिरने की संभावना वाली कंपनियों” में शामिल थे, लेकिन यही कंपनियां “सबसे भरोसेमंद और जीतने वाली” कंपनियों की लिस्ट में भी ऊपर रहीं।
हाल ही में आयोजित पैनल चर्चा में विशेषज्ञों ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सेक्टर फिलहाल एक बबल के अंदर है। लेकिन उन्होंने यह भी माना कि बबल होना हमेशा नकारात्मक नहीं होता।
क्लेनर पर्किन्स (Kleiner Perkins) के पार्टनर इलिया फुशमैन (Ilya Fushman) ने कहा, “हर टेक्नोलॉजी साइकिल अपने आप में एक बबल होती है। असली सवाल यह है कि कौन सी कंपनियां लंबी उम्र तक टिकेंगी और कितनी बड़ी होंगी।”
सोलो वेंचर कैपिटलिस्ट एलाड गिल (Elad Gil) ने इसे 1990 के दशक के डॉटकॉम दौर से जोड़कर देखा। उनका कहना था, “कुछ दर्जन कंपनियां बहुत बड़ी बनेंगी, उनमें से कुछ वाकई में जेनेरेशन-चेंजिंग होंगी। लेकिन बाकी कई कंपनियां या तो गायब हो जाएंगी या उनका असर बहुत कम होगा।”
विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि फिलहाल AI में बहुत निवेश हो रहा है, लेकिन समय बताएगा कि कौन सी कंपनियां स्थायी सफलता हासिल करेंगी।