Bharat Mobility Global Expo 2025: चीन की इलेक्ट्रिक कार विनिर्माता कंपनी बीवाईडी फिलहाल भारत में 25 लाख से 45 लाख रुपये की कीमत वाली गाड़ियां उतारने पर ध्यान दे रही है। साथ ही साथ वह और ज्यादा किफायती श्रेणियों में ग्राहकों की पसंद और मांग का भी लगातार आकलन कर रही है। भारत में कंपनी के इलेक्ट्रिक यात्री वाहनों के प्रमुख राजीव चौहान ने बिजनेस स्टैंडर्ड को यह जानकारी दी।
पिछले सितंबर में चौहान ने अखबार को बताया था कि कंपनी अपनी नई एसयूवी लाने के लिए शीर्ष स्तर की 20 लाख से 25 लाख रुपये वाले श्रेणी और 40 लाख से 45 लाख रुपये वाली श्रेणी का मूल्यांकन कर रही है और साल 2024 के अंत तक इस पर फैसला किया जाएगा। चल रहे भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो में बीवाईडी ने भारतीय बाजार के लिए प्रीमियम एसयूवी सीलियन 7 का अनावरण किया। हालांकि कंपनी 17 फरवरी को इसकी कीमत का खुलासा करेगी, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि इसकी कीमत तकरीन 40 लाख से 45 लाख रुपये तक रहेगी। ग्राहकों को सीलियन 7 की डिलिवरी 7 मार्च से शुरू होगी।
एक्सपो में उन्होंने अखबार को बताया, ‘फिलहाल हम 25 लाख से 45 लाख रुपये वाले दायरे पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हम उस पर कुछ और ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इसलिए इस कार – इलेक्ट्रिक प्रीमियम एसयूवी सीलियन 7 का अनावरण किया गया है। हमारे पास 25 लाख रुपये से कम वाली श्रेणी में गाड़ियां हैं। मुझे लगता है कि इस श्रेणी में प्रवेश करने के लिए हम कुछ और वक्त इंतजार करेंगे।’
हाल ही में महिंद्रा ऐंड महिंद्रा और ह्युंडै ने 25 लाख रुपये से कम वाली श्रेणी में अपनी इलेक्ट्रिक कारें उतारी हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या चीन की कंपनी होने की वजह से भारत में कंपनी के भविष्य के निवेश में दिक्कत आ रही है, तो चौहान ने कहा, ‘मीडिया में ऐसा कहा गया है लेकिन यह सभी के लिए फायदे वाली स्थिति होनी चाहिए। यह अच्छे कारोबार वाला मामला होना चाहिए। हम निश्चित रूप से तैयार (निवेश के लिए) हैं। हम एक-एक कदम आगे बढ़ रहे हैं। हम चाहते हैं कि ग्राहक पहले हमारी तकनीक का अनुभव करें। हम अब भी विश्वास और आत्मविश्वास का निर्माण करने वाले चरण में हैं।’
जब उनसे पूछा गया कि क्या कंपनी फिलहाल भारत में किसी संभावित भागीदार के साथ संयुक्त उद्यम बनाने के लिए बातचीत कर रही है, तो उन्होंने कहा , ‘नहीं, अभी नहीं।’ बीवाईडी इंडिया साल 2024 में 3,500 कारें बेचने में कामयाब रही, जबकि साल 2023 में 2,500 कारें बेची गई थीं।
वर्तमान में कंपनी अपनी सभी कारें चीन से आयात करती है। सरकारी नियमों के अनुसार किसी कंपनी को सालाना एक मॉडल के 2,500 से ज्यादा वाहनों का आयात करने की अनुमति नहीं है। अलबत्ता अगर इस मॉडल को सरकार द्वारा संचालित ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एआरएआई) से होमोलोगेशन प्रमाण-पत्र मिल जाता है, तो यह सीमा हटा दी जाती है।