जनवरी में यात्री वाहन (पीवी) की थोक बिक्री पिछले साल की तुलना में 14 फीसदी बढ़कर 3,93,074 वाहनों की रही। यह किसी भी जनवरी महीने में सर्वाधिक है। जनवरी महीने में यात्री वाहनों की थोक एवं खुदरा बिक्री एक ही स्तर पर रही। इसका मतलब हुआ कि वाहन निर्माताओं ने बाजार की मांग के अनुरूप यात्री वाहनों को बेचा।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के आंकड़ों के अनुसार जनवरी महीने में 3,93,250 यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री हुई थी। थोक में तिपहिया वाहनों की बिक्री 53,537 रही जबकि 14,95,183 दोपहिया वाहन थोक बिके।
सायम के महानिदेशक राजेश मेनन ने कहा, ‘जनवरी में यात्री वाहनों की बिक्री फिर से सबसे अधिक रही और पिछले वर्ष की तुलना में 14 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। जनवरी 2024 के दौरान तीन पहिया वाहनों की बिक्री में 9 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि जनवरी 2023 की तुलना में जनवरी 2024 में दोपहिया वाहनों की बिक्री में 26 फीसदी की दमदार वृद्धि दर्ज की गई। वित्त वर्ष 2024 में अप्रैल से जनवरी के दौरान यात्री वाहनों और तीन पहिया वाहनों की अब तक की सबसे अधिक बिक्री जारी है।’
यात्री वाहनों की थोक बिक्री के साथ खुदरा बिक्री में भी तेजी आई है। फाडा के आंकड़ों से पता चलता है कि यात्री वाहनों ने जनवरी में एक नया उच्चतम स्तर हासिल किया। जनवरी में 393,250 वाहनों की खुदरा बिक्री हुई और यह पिछले साल नवंबर में बनाए गए रिकॉर्ड को पार कर गई। तिपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री ने थोक बिक्री को पीछे छोड़ दिया। इस दौरान 97,675 तिपहिया की खुदरा बिक्री हुई। वहीं दूसरी ओर दोपहिया वाहनों की थोक और खुदरा बिक्री दोनों एक दूसरे के करीब थे। जनवरी में 14,58,849 दोपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री हुई।
सायम के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने कहा कि तीन पहिया वाहनों की श्रेणी ने भी बेहतर प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि हालांकि जनवरी 2024 में वाणिज्यिक वाहन क्षेत्र में वृद्धि नहीं हुई मगर इस वित्त वर्ष के अगले 2 महीनों में इसमें अच्छा उछाल देखने की उम्मीद है। इस साल के बजट में इलेक्ट्रिक वाहन परिवेश पर खासकर चार्जिंग बुनियादी ढांचा और सार्वजनिक परिवहन को मजबूत करने पर जोर दिया गया है। सरकार के इस कदम से ऑटो क्षेत्र की समग्र विकास गति जारी रखने में मदद मिलेगी।
जनवरी महीने के दौरान नए मॉडलों की पेशकश से एसयूवी की उच्च मांग बरकरार रही। सायम के आंकड़े बताते हैं कि जनवरी में यात्री वाहनों का उत्पादन भी 10 फीसदी बढ़ गया। यह पिछले साल जनवरी के 3,80,482 से इस साल जनवरी में 4,17,948 पहुंच गया। हालांकि इसमें टाटा मोटर्स, बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज, वॉल्वो ऑटो के आंकड़े शामिल नहीं हैं। यात्री वाहनों के निर्यात में भी 11.4 फीसदी की गिरावट आई है।