अक्टूबर के पहले हफ्ते में कार शोरूमों में ग्राहकों की आमद चार गुना बढ़ गई। इसी महीने दो बड़े त्योहार दशहरा और दीवाली हैं जिसमें लोग खूब खरीदारी करते हैं।
कार डीलर के सूत्रों का दावा है कि पिछले 2 से 3 महीनों की तुलना में ग्राहकों की ओर से पूछताछ और बुकिंग 3 से 4 गुना बढ़ गई है। अगर इसे संकेत के तौर पर देखें तो त्योहारी सीजन की अच्छी शुरुआत मानी जा सकती है।
कार डीलरों और वाहन विनिर्माताओं का कहना है कि इस साल त्योहारी सीजन पिछले साल से बेहतर रह सकता है। 2023 में 24 दिन के त्योहारी सीजन में रिकॉर्ड 5,47,247 यात्री वाहनों की बिक्री हुई थी।
वाहन डीलरों के संगठन फाडा के अध्यक्ष सीएस विघ्नेश्वर ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया अक्टूबर के पहले हफ्ते में शोरूम में संभावित ग्राहकों की आमद करीब 4 गुना बढ़ गई। उन्होंने कहा, ‘इसके पीछे कई कारण हैं। इस साल चुनावों और फिर प्रचंड गर्मी तथा मॉनसून के दौरान कुछ इलाकों में बाढ़ के कारण यात्री वाहनों की बिक्री प्रभावित हुई है। ऐसे में उस दौरान जिन ग्राहकों ने खरीद की योजना टाल दी थी वह भी अब वाहन खरीदने आ रहे हैं।’
उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के वर्षों में खरीदारी नहीं होने और आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान के कारण उत्पादन प्रभावित हुआ था, जिससे टाली गई खरीदारी आने से 2023 में वाहनों की रिकॉर्ड बिक्री हुई थी।
मारुति सुजूकी इंडिया में वरिष्ठ कार्याधिकारी (मार्केटिंग एवं सेल्स) पार्थ बनर्जी ने कहा, ‘अगर हम अगस्त और सितंबर को देखें तो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में ग्राहकों की ओर से पूछताछ 14 फीसदी और बुकिंग 11 फीसदी बढ़ी है। वाहनों की रिटेल बिक्री में अभी तक 5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।’ उन्होंने कहा कि गणेश चतुर्थी और जन्माष्टमी के दौरान मारुति सुजूकी की बिक्री अच्छी रही।
वर्ष 2023 में 20 सितंबर से 14 अक्टूबर तक और इस साल 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक पितृपक्ष था। बनर्जी ने कहा, ‘अगर मैं श्राद्ध के पहले 14 दिन की अवधि की तुलना पिछले साल की समान अवधि से करें तो पूछताछ में 6 फीसदी और बुकिंग में 5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। नवरात्र शुरू होते ही खुदरा बिक्री में तेजी दिखने लगी है।’
डीलरों के पास फिलहाल करीब 30 दिन की इन्वेंट्री (अनबिके कारों का स्टॉक) है। मुंबई में मारुति सुजूकी के एक डीलर ने कहा कि इस त्योहारी सीजन में ग्राहकों की मांग पूरी करने के लिए हमारे पास वाहनों का पर्याप्त स्टॉक है। दिल्ली के एक अन्य डीलर ने कहा कि इन्वेंट्री पिछले साल की तुलना में थोड़ी कम है।
सितंबर में यात्री वाहनों की थोक आपूर्ति 3.55 लाख से 3.60 लाख वाहनों की रही जो पिछले साल की समान अवधि के 3.64 लाख वाहनों से मामूली कम है। कंपनियों ने कहा कि वाहनों की खुदरा बिक्री को ध्यान में रखकर वे अब थोक आपूर्ति बढ़ा रही हैं। मारुति, टाटा मोटर्स और ह्युंडै मोटर इंडिया को छोड़कर ज्यादातर वाहना विनिर्माताओं की थोक बिक्री में इजाफा हुआ है।
सितंबर में मारुति की घरेलू बाजार में थोक बिक्री 3.8 फीसदी घटकर 1,44,962 वाहनों की रही जबकि टाटा मोटर्स की बिक्री में 8 फीसदी और ह्युंडै की थोक बिक्री में 5.7 फीसदी की गिरावट देखी गई।
महिंद्रा, किया और टोयोटा जैसी कंपनियों का प्रदर्शन अच्छा रहा। किया इंडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं प्रमुख (सेल्स एवं मार्केटिंग) हरीदप सिंह बरार ने कहा कि सितंबर में उनकी बिक्री 17 फीसदी बढ़ी है। बिक्री में तेजी त्योहारी सीजन में अच्छी मांग का संकेत है।
इस बीच टाटा मोटर्स, ह्युंडै और महिंद्रा के डीलरों ने कहा कि वाहन विनिर्माता बिक्री बढ़ाने के लिए छूट दे रही हैं मगर अभी तक त्योहारी बिक्री पिछले साल की तुलना में थोड़ी कमजोर बनी हुई है। अगर मांग बढ़ती है तो हम वाहन विनिर्माताओं से ज्यादा इन्वेंट्री का अनुरोध करेंगे।