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जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा बड़ा जाल फरीदाबाद में धराशायी, 360 किलो RDX के साथ 5 लोग गिरफ्तार

फरीदाबाद और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने डॉक्टर समेत आठ लोगों को हथियार और विस्फोटक रखने के आरोप में गिरफ्तार किया, 360 किलो RDX और भारी हथियार बरामद।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- November 10, 2025 | 3:27 PM IST

हरियाणा के फरीदाबाद में पुलिस ने एक बड़े ऑपरेशन के दौरान कम से कम 360 किलो RDX, असॉल्ट राइफल और बड़ी मात्रा में गोलाबारूद बरामद किया है। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर और फरीदाबाद पुलिस की संयुक्त जांच के तहत की गई।

पुलिस ने यह छापा उस जानकारी के आधार पर मारा, जो हाल ही में गिरफ्तार किए गए कश्मीरी डॉक्टर आदिल अहमद राथर से मिली थी। डॉक्टर अदील, जो अनंतनाग के सरकारी मेडिकल कॉलेज में कार्यरत था, उसे जम्मू-कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद का समर्थन करने वाले पोस्टर लगाते हुए पकड़ा गया था। बाद में उन्हें उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया।

जांच के दौरान पुलिस ने फरीदाबाद के अल-फलाह अस्पताल में छापा मारा। वहां से लगभग 360 किलो विस्फोटक (संभवत: अमोनियम नाइट्रेट), एक कारम कॉक राइफल, दो ऑटोमैटिक पिस्टल, 84 कारतूस, 5 लीटर रासायनिक पदार्थ, 20 टाइमर और 14 बैग बरामद किए गए।

जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रेस रिलीज में बताया गया कि यह एक “व्हाइट कॉलर आतंकवादी नेटवर्क” था, जिसमें पेशेवर और छात्र शामिल थे, जो पाकिस्तान और अन्य देशों में मौजूद विदेशी संपर्कों से जुड़े थे।

पुलिस के अनुसार, यह समूह एन्क्रिप्टेड चैनलों का इस्तेमाल कर रहा था। इनके जरिए वे प्रचार, समन्वय, फंडिंग और लॉजिस्टिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। फंडिंग पेशेवर और शैक्षणिक नेटवर्क के माध्यम से की जा रही थी, जिसे सामाजिक और चैरिटी के काम के बहाने किया जा रहा था।

अदालत की जांच में यह भी पता चला कि आरोपी लोग लोगों को चरित्रहीन विचारों की ओर प्रवृत्त करने, भर्ती करने, हथियार और विस्फोटक सामग्री जुटाने और आईईडी बनाने में शामिल थे।

जम्मू-कश्मीर में हथियार और विस्फोटक मामले में डॉक्टर समेत कई गिरफ्तार

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हथियार और विस्फोटक रखने के आरोप में दो डॉक्टरों और पांच अन्य व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि डॉक्टर मुजामिल शकील, जो पुलवामा के कोइल इलाके के निवासी हैं और उसी अस्पताल में काम करते थे, उन्होंने फर्रुखाबाद में हथियार और विस्फोटक रखने में मदद की। वर्तमान में दोनों डॉक्टर जम्मू-कश्मीर पुलिस की हिरासत में हैं।

इसके अलावा, पुलिस ने अरिफ निसार दर, यासिर उल अशरफ, मकसूद अहमद दर, मौलवी इरफ़ान अहमद और ज़मीर अहमद आहंगर को भी गिरफ्तार किया है। जांच और फोरेंसिक परीक्षा के दौरान और गिरफ्तारियाँ होने की संभावना है।

डॉ. आदिल अहमद राथर के बारे में

डॉ. आदिल अहमद राथर पहले गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, अनंतनाग में काम करते थे। अहमद राथर ने 2024 में GMC से इस्तीफा दिया और इसके बाद उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में प्रैक्टिस शुरू की। जांच में सामने आया कि डॉ. रदर ने लगभग तीन महीने पहले फर्रुखाबाद में एक कमरा किराए पर लिया था, जिसका इस्तेमाल हथियार और विस्फोटक रखने के लिए किया गया।

गिरफ्तार आरोपियों पर आर्म्स एक्ट की धारा 7/25 और आपराधिक गतिविधियों (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) की धारा 13, 28, 38 और 39 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

जम्मू-कश्मीर में फिलहाल बड़ी एंटी-टेरर कार्रवाई जारी है। 9 नवंबर को घाटी में समन्वित छापों के दौरान नौ लोगों को हिरासत में लिया गया, जिसमें एक महिला भी शामिल थी। कार्रवाई सोमवार तक जारी रही।

First Published : November 10, 2025 | 3:27 PM IST