भारत में 5G सेवा लॉन्च होने के छह महीने बाद इस महीने 5G उपयोगकर्ताओं की संख्या 5 करोड़ के पार पहुंच गई जो एक महत्त्वपूर्ण पड़ाव है। दूरसंचार विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने भारती एयरटेल (Bharti Airtel) और रिलायंस जियो (Reliance Jio) द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के आधार पर इस आंकड़े की पुष्टि की है।
इसका मतलब साफ है कि ट्राई (TRAI) के आंकड़ों के आधार पर 31 दिसंबर, 2022 तक देश के कुल ग्राहकों में 5G ग्राहकों की तादाद अब 4.37 फीसदी हो चुकी है। इसे 77.3 करोड़ पर कुल 4G ग्राहक आधार का करीब 6.5 फीसदी होने का अनुमान है। वैश्विक स्तर पर देखा जाय तो पिछले साल के अंत तक दुनिया के 1 अरब 5G ग्राहकों में भारत की हिस्सेदारी अब 5 फीसदी हो चुकी है।
भारत 5G ग्राहकों की संख्या के लिहाज से पश्चिमी यूरोप के करीब पहले ही पहुंच चुका है। एरिक्सन मोबिलिटी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पश्चिमी यूरोप ने साल 2022 को 6.3 करोड़ 5G ग्राहकों (11.5 फीसदी पैठ) के साथ अलविदा किया। दो साल की शुरुआती बढ़त के बावजूद ऐसा दिख रहा है।
लैटिन अमेरिका में सबस्क्राइबरों की संख्या महज 1.9 करोड़ है। दक्षिण पूर्व एशिया एवं ओसियाना में यह आंकड़ा 3.1 करोड़, पश्चिम एशिया एवं उत्तरी अफ्रीका में 90 लाख और खाड़ी सहयोग परिषद के देशों में 1.5 करोड़ है। ये आंकड़े साल 2022 के अंत तक के हैं।
भारत को तीन प्रमुख बाजारों को पकड़ने की जरूरत है। पहला बाजार चीन है जहां 5G ग्राहकों की संख्या 64.4 करोड़ है जो कुल सबस्क्राइबरों का करीब 38 फीसदी है। दूसरा बाजार उत्तरी अमेरिका है जहां 5G ग्राहकों की संख्या साल 2022 के अंत तक 14.1 करोड़ थी जो 2021 के आंकड़े का लगभग दोगुना है। इस प्रकार उसकी पैठ 35 फीसदी हो चुकी है।
एरिक्सन के वैश्विक सीईओ बोर्ये एकॉम ने हाल में बिज़नेस स्टैंडर्ड से बातचीत में कहा था कि इस साल के अंत तक भारत में 5G सेवाओं का विस्तार अमेरिका के मुकाबले कहीं अधिक तेजी से होगा और यह यूरोप में 5G के रोल आउट रफ्तार को पहले ही पार कर चुका है। तीसरा बाजार है पूर्वी एशिया जहां दक्षिण कोरिया, जापान और ताइवान जैसे देश मौजूद हैं। पिछले साल के अंत तक इस बाजार में 5G ग्राहकों की संख्या 8.4 करोड़ थी।
भारत में 5G की वृद्धि के बारे में विशेषज्ञों ने अलग-अलग अनुमान जाहिर किए हैं। ओमडिया के आकलन के अुनसार, 2024 के अंत तक भारत में 15 करोड़ से अधिक 5G ग्राहक होंगे। इसमें 2023 की दूसरी छमाही से उल्लेखनीय वृद्धि होगी। एरिक्सन का मानना है कि 5G ग्राहकों की संख्या के लिहाज से भारत 2028 तक चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा बाजार होगा।
निश्चित तौर पर भारती एयरटेल और रिलायंस जियो अपने 5G नेटवर्क का विस्तार आक्रामक तरीके से कर रही हैं। इनके 5G टावरों की संख्या 1,16,000 से अधिक हो चुकी है जो कुल टावरों का 15 फीसदी है।
दूरसंचार कंपनी के सूत्रों के अनुसार, रिलायंस जियो ने 50,000 टावरों को कवर किया है। साथ ही उसने 3,00,000 से अधिक रेडियो स्थापित किए हैं जिनमें 3.5 गीगाहर्ट्ज और 700 मेगाहर्ट्ज में से प्रत्येक के लिए 3 रेडियो शामिल हैं।
भारती एयरटेल ने 1,00,000 से अधिक रेडियो स्थापित किए हैं। उसने 700 मेगाहर्ट्ज बैंड में स्पेक्ट्रम नहीं खरीदा है क्योंकि उसके पास पहले से ही कवरेज के लिए अन्य बैंड में पर्याप्त स्पेक्ट्रम उपलब्ध है।
सूत्रों के अनुसार, दोनों कंपनियों ने संयुक्त रूप से 20 फीसदी न्यूनतम कवरेज के साथ 500 से अधिक शहरों को कवर किया है। नई दिल्ली जैसे कुछ शहरों में कवरेज 70 फीसदी तक हो चुका है।