मंदी के बाजार में खरीदारी का अलग होता है तरीका
कार्ल पॉपर के बनाए गए रिफलैक्सिविटी के सिध्दांत को उनके चेले जॉर्ज सोरस ने भी अपनाया। रिफलैक्सिविटी का मानना है कि सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक या आर्थिक रुझान अकसर प्रतिक्रियाओं से काफी व्यापक हो जाते हैं, जो उन्हें मजबूत और अधिक समय के लिए बनाए रखता है।खासतौर पर वित्तीय रुझान तार्किक कारणों से शुरू होते हैं, […]