13 राज्य कर सकते हैं 7.4 लाख करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय
रेटिंग एजेंसी इक्रा ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष में भारत के सकल घरेलू उत्पाद में 85 प्रतिशत हिस्सेदारी वाले 13 राज्यों की 7.4 लाख करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय करने की क्षमता है। यह वित्त वर्ष 22 में उनके द्वारा खर्च किए गए 4.1 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 81 प्रतिशत ज्यादा है। […]
सरकारी कंपनियों के पूंजीगत व्यय को गति
केंद्र के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (सीपीएसई) ने वित्त वर्ष 2023 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) के दौरान साल के 6.62 लाख करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय के लक्ष्य का 43 फीसदी व्यय किया है। इसकी तुलना में पिछले वित्त वर्ष 2022 की पहली छमाही में कंपनियों ने 5.95 लाख करोड़ रुपये सालाना व्यय के लक्ष्य का […]
नई परियोजनाओं में घटा पूंजीगत व्यय
वैश्विक स्तर पर अनिश्चित माहौल और उच्च उधारी लागत के बीच दूसरी तिमाही में भी नई परियोजनाओं की रफ्तार धीमी पड़ी है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी (सीएमआईई) के आंकड़ों के मुताबिक जुलाई-सितंबर तिमाही में कुल 3.26 लाख करोड़ रुपये मूल्य की नई परियोजनाएं आईं, जो जून तिमाही की 4.39 लाख करोड़ रुपये मूल्य की […]
टाटा समूह करेगा 90 अरब डॉलर का निवेश
टाटा समूह वर्ष 2027 तक मोबाइल पुर्जों के संयंत्र, सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रिक वाहन, बैटरी, अक्षय ऊर्जा और ई-कॉमर्स जैसे नए उद्योगों में 90 अरब डॉलर का निवेश करने की योजना बना रहा है। इकोनॉमिस्ट ने आज खबर दी है कि भारत में टाटा समूह का यह निवेश मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज द्वारा नियोजित […]
पहली तिमाही में पूंजीगत व्यय रहेगा 1.5 लाख करोड़ रुपये!
भारत ने अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि (यूएसटीआर) कैथरीन ताई की अध्यक्षता में हाल ही में संपन्न हुए हिंद-प्रशांत आर्थिक ढांचे (आईपीईएफ) की बैठक में केवल एक पर्यवेक्षक के रूप में ही भाग लिया था। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका के नेतृत्व में आईपीईएफ के 14 सदस्यों के बीच व्यापार समझौते की रूपरेखा को अंतिम रूप […]
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में केंद्र का राजकोषीय घाटा 3.52 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पूरे वित्त वर्ष के लक्ष्य 16.6 लाख करोड़ रुपये का 21.2 फीसदी है। सरकार का पूंजीगत बढ़ने और राजस्व प्राप्तियां घटने से राजकोषीय घाटे पर असर पड़ा है। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में केंद्र का […]
इस समय देश के नीति निर्माताओं के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि अर्थव्यवस्था को सतत उच्च वृद्धि के मार्ग पर कैसे ले जाया जाए। यह सही है कि उत्पादन का स्तर महामारी के पहले के स्तर को पार कर चुका है लेकिन बीते दो वर्षों में कोविड महामारी ने जो दिक्कतें पैदा कीं, […]
अप्रैल-मई का राजकोषीय घाटा 2.04 लाख करोड़ रुपये
वित्त वर्ष 2023 के पहले दो महीनों (अप्रैल-मई) में केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा 2.04 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो 16.6 लाख करोड़ रुपये घाटे के बजट अनुमान का 12.3 प्रतिशत है। पिछले साल की समान अवधि के दौरान यह बजट अनुमान का 8.2 प्रतिशत था। प्राथमिक रूप से कम गैर कर राजस्व व […]
प्रमुख क्षेत्रों के उत्पादन में इजाफा
मई महीने में 8 प्रमुख बुनियादी ढांचा क्षेत्रों की वृद्धि दो अंकों में 18.1 प्रतिशत रही है, जो 13 महीने का उच्चतम स्तर है। केंद्र सरकार के पूंजीगत व्यय के समर्थन से ऐसा हुआ है। उद्योग विभाग की ओर से जारी आंकड़ों से पता चलता है कि प्रमुख क्षेत्र की वृद्धि में व्यापक स्तर पर […]
महत्त्वपूर्ण है वित्त मंत्री का पूंजीगत व्यय बढ़ाना
गत 31 मई को महालेखा नियंत्रक ने केंद्र सरकार के 2021-22 के बजट के प्रारंभिक आंकड़े जारी किए। ये आंकड़े न केवल कर राजस्व में वृद्धि एवं घाटे में कमी की पुष्टि करते हैं बल्कि वे यह भी दिखाते हैं कि कैसे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकारी वित्त के प्रबंधन के क्षेत्र में एक […]