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Gujarat Kidney IPO: ₹250 करोड़ का इश्यू खुलने को तैयार, प्राइस बैंड ₹108–114; निवेश से पहले जानें जरुरी डिटेल्सट्रंप ने सीरिया और साउथ सूडान समेत 5 और देशों पर लगाया यात्रा प्रतिबंधICICI Prudential AMC IPO allotment: आज फाइनल होगा शेयरों का अलॉटमेंट, जानें कितने रुपये पर हो सकती है लिस्टिंगPark Medi World IPO ने निवेशकों को किया निराश, शेयर 4% डिस्काउंट पर लिस्ट; GMP अनुमान से चूकाIT शेयर अभी सस्ते, AI की रिकवरी से आ सकता है बड़ा उछाल; मोतीलाल ओसवाल ने चुने ये 4 स्टॉक्सइंडिगो संकट ने हिलाया विमानन क्षेत्र, भारत के विमानन क्षेत्र में बढ़ी प्रतिस्पर्धा की बहसNephrocare Health IPO की बाजार में पॉजिटिव एंट्री, 7% प्रीमियम के साथ ₹491 पर लिस्ट शेयरGold, Silver price today: चांदी ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, सोना के भी भाव बढ़ेकलंबोली दौरे में क्या दिखा? पाइप कारोबार पर नुवामा की रिपोर्ट, जानें किस कंपनी को हो रहा ज्यादा फायदाईलॉन मस्क की दौलत 600 अरब डॉलर के पार, बेजोस और जुकरबर्ग की कुल संपत्ति से भी आगे
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कोविड की दूसरी लहर और आर्थिक दृष्टिकोण

कोविड-19 महामारी के कारण हमारे आसपास एक असाधारण स्वास्थ्य संबंधी त्रासदी घटित हो रही है। यह स्वाभाविक रूप से एक आर्थिक संकट की आशंका भी पैदा करता है। इस आलेख में हम इस संभावना पर बात करेंगे कि शायद पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष आर्थिक गतिविधियां ज्यादा बुरी तरह प्रभावित न हों। कंपनियों […]

ताजा खबरें

बुनियादी परियोजनाओं की इकाई पर नीति निर्माता बंटे

नीति आयोग और सरकार के विभागों के नीति निर्माता बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के मुद्रीकरण के लिए अलग इकाई या होल्डिंग कंपनी बनाकर ऐसी संपत्तियों को उसमें डाले जाने को लेकर बंटे हुए हैं। हालांकि नीति आयोग ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) से इस तरह की एक अलग एसपीवी बनाने को कहा है। दो सरकारी […]

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बाधित होगी वृद्धि

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष में वृद्धि दर शून्य के करीब रह सकती है। उनका यह अनुमान भी अत्यधिक आशावादी प्रतीत होता है क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक समेत अधिकांश जगहों से आए पूर्वानुमान में कहा गया है कि इस वर्ष वास्तविक उत्पादन में दो अंकों में गिरावट आ […]

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कोविड-19 महामारी के संकट से इतर भी हो सुधार पर नजर

ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर ने कहा था कि सत्ताधारी राजनेताओं के सामने सबसे बड़ी चुनौती है लंबी अवधि की नीति पर ध्यान केंद्रित करना। सरकार के सामने हर रोज नई चुनौतियां उभरती हैं, ऐसे में दूरगामी नीति तैयार करना उसकी प्राथमिकता में पीछे हो सकता है। भारत के मौजूदा नेतृत्व के समक्ष भी […]