मलदीव की सरकार ने आज पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नसीद पर देश में अशांति को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके समर्थकों द्वारा किए जा रहे बेलगाम प्रदर्शनों को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा ।
नसीद ने दावा किया था कि फरवरी में उन्हें साजिश के जरिए सत्ता से हटा दिया गया था लेकिन पिछले सप्ताह समाप्त हुए अंतरराष्ट्रीय जांच के मुताबिक उन्होंने पुलिस और सेना के विद्रोह तथा कई सप्ताह तक उनके शासन के खिलाफ हुए विद्रोह के बद इस्तीफा दिया था ।
नसीद के इस्तीफे के बाद से उनके समर्थक लगातार राजधानी माले में विरोध कर रहे हैं और उनकी लगातार पुलिस के साथ झड़प हो रही है ।
राष्ट्रपति मोहम्मद वाहीद के नेतृत्व वाली सरकार ने आज कहा कि जांच में यह बात सामने आने के बाद कि सत्ता का हस्तांतरण वैध और संवैधानिक था अब प्रदर्शन बंद होने चाहिए ।
सरकार ने एक बयान में कहा कि पूर्व राष्ट्रपति नसीद के रिपोर्ट की बातों को बेमन से मानने के बावजूद हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं । वह स्थिति का और भड़काने की कोशिश कर रहे हैं ।